LIVE: शाह की छात्रों से अपील, CAA को समझें, इसमें किसी की नागरिकता छीनने का प्रावधान नहीं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के कैंपस में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को लेकर छात्रों का मिडनाइट प्रोटेस्ट खत्म हो गया है। इसके बाद भी जामिया कैंपस और उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी पर अब भी तनाव बना हुआ है। दिल्ली में हालात सामान्य होने के कारण मेट्रो स्टेशन्स खोल दिए गए हैं, लेकिन कई स्कूल अब भी बंद हैं। उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं, जिससे खासतौर पर सोशल मीडिया में अफवाह और गलत खबरें न फैलाई जा सकें। सीएम ममता बेनर्जी ने पुलिस को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। उधर असम में स्थिति में सुधार के चलते गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ में कुछ देर के लिए कर्फ्यू हटा दिया गया है, लेकिन शांतिपूर्ण प्रदर्शन अब भी जारी है।
LIVE UPDATE:
अलीगढ़ में कल रात तक के लिए इंटरनेट बंद किया गया। वहीं, मऊ में भी नागरिकता कानून के विरोध की खबर है। बताया जा रहा है कि यहां पुलिस पर पथराव हुआ है। इसे लेकर यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि मऊ में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। प्रशासन हालात पर बारीक नजर रखे हुए है। इलाके में धारा 144 लगा दी गई है।
Gyan Prakash Tripathi, DM Mau: Few people who had gathered at Hajipura to hold protest over yesterday"s Jamia Millia Islamia incident, have been disbursed. Few motorbikes were torched by them. The situation is peaceful now. Section 144 has been imposed in Hajipura Chowk area. pic.twitter.com/zPYnVxnBXO
— ANI UP (@ANINewsUP) December 16, 2019
अमित शाह ने झारखंड के पोरेहाट में कहा कि- मैं छात्रों से निवेदन करता हूं कि वे नागरिकता संशोधन कानून को समझें। इसमें किसी की नागरिकता छीनने का प्रावधान नहीं है। कांग्रेस, आप और टीएमसी आपको गुमराह कर रहे हैं और देश में हिंसा का माहौल पैदा कर रहे हैं।
Union Home Minister Amit Shah in Poreyahat: I appeal to students to understand #CitizenshipAmendmentAct. There is no provision in CAA that takes away anyone"s citizenship. Congress, AAP TMC are misleading you creating an atmosphere of violence across the country. #Jharkhand pic.twitter.com/tHs97RAK8n
— ANI (@ANI) December 16, 2019
प्रियंका गांधी वाड्रा ने दिल्ली में इंडिया गेट पर प्रतिकात्मक प्रदर्शन के बाद मीडिया से चर्चा में कहा कि सरकार ने संविधान को एक झटका दिया है। यह राष्ट्र की आत्मा पर हमला है, युवा राष्ट्र की आत्मा हैं। विरोध करना उनका अधिकार है। मैं भी एक मां हूं। आपने उनकी लाइब्रेरी में प्रवेश किया, उन्हें बाहर निकाला और उनकी पिटाई की। यह अत्याचार है। कांग्रेस का हर व्यक्ति इस अत्याचार के खिलाफ लड़ेगा और छात्रों के साथ खड़ा होगा।
Priyanka Gandhi Vadra, Congress: Every person in Congress will fight against this tyranny and stand with the students. https://t.co/zThcd2bNHZ
— ANI (@ANI) December 16, 2019
प्रियंका ने कहा कि प्रधानमंत्री को इस बात पर जवाब देना चाहिए कि रविवार रात जामिया मिलिया विश्वविद्यालय में क्या हुआ, किसकी सरकार ने छात्रों के साथ मारपीट की? प्रधानमंत्री को डूबती अर्थव्यवस्था पर बोलना चाहिए। उनकी पार्टी के विधायक ने एक लड़की के साथ बलात्कार किया, उस पर बात क्यों नहीं की?
Priyanka Gandhi Vadra, Congress in Delhi: Prime Minister should answer on what happened at the University yesterday, whose government beat up the students? He should speak on the sinking economy. His party MLA raped a girl, why hasn"t he spoken on it? pic.twitter.com/rQG84yiMtq
— ANI (@ANI) December 16, 2019
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मुख्यमंत्रियों को निर्देश दिए हैं कि वे हिंसा रोकने के लिए जरूरी कदम उठाएं। सूत्रों के अनुसार गृह मंत्रालय ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को एक एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि देश के कुछ हिस्सों में हिंसा और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान होने की घटनाओं को देखते हुए, हिंसा को रोकने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएं जाएं।
MHA sources:State govtsUT administrations requested to take requisite precautionary measures to maintain laworder,peacepublic tranquility. They have also been requested to take action against circulation of fake news rumours on social media having potential to incite violence
— ANI (@ANI) December 16, 2019
इंडिया गेट के पास प्रियंका गांधी वाड्रा, केसी वेणुगोपाल, एके एंटनी, पीएल पुनिया, अहमद पटेल और अन्य कांग्रेस नेता प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन पर बैठे हैं।
Delhi: Priyanka Gandhi Vadra, KC Venugopal, AK Antony, PL Punia, Ahmed Patel, other Congress leaders sit on a symbolic protest near India Gate over police action during students" protests in Jamia Millia Islamia (Delhi) Aligarh Muslim University. pic.twitter.com/0E1ske0pGf
— ANI (@ANI) December 16, 2019
जामिया मिल्लिया इस्लामिया (दिल्ली) और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्रों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के विरोध में प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य कांग्रेस नेता दिल्ली में इंडिया गेट के सामने एक प्रतीकात्मक विरोध करने बैठे।
Delhi: Priyanka Gandhi Vadra other Congress leaders sit on a symbolic protest over police action during students" protests in Jamia Milia Islamia (Delhi) Aligarh Muslim University. pic.twitter.com/P4JL7v95V2
— ANI (@ANI) December 16, 2019
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि यह एक ऐसी सरकार है, जिसने देश के युवाओं और छात्रों के अधिकारों पर हमला किया है। इसीलिए प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने इंडिया गेट पर शाम 4 बजे से 2 घंटों के लिए एक सांकेतिक विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है।
Randeep Singh Surjewala, Congress: This is a government that has attacked the rights of youths students of the country. That is why, Priyanka Gandhi Vadra other senior Congress leaders have decided to sit on a symbolic protest at the India Gate from 4 pm, for the next 2 hours pic.twitter.com/YZv6NrHY1G
— ANI (@ANI) December 16, 2019
जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार एपी सिद्दीकी ने यूनिवर्सिटी में पुलिस की कार्रवाई पर कहा कि हम मानव संसाधन विकास मंत्रालय को एक उच्च-स्तरीय समिति गठित करने या मामले की न्यायिक जांच करने की सिफारिश करेंगे। हमने जामिया को हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए एक समिति बनाई है। जिन छात्रों को चिकित्सा उपचार की आवश्यकता है, हम उन्हें चिकित्सा सहायता देंगे।
AP Siddiqui, Registrar, Jamia Milia Islamia, after Executive Council Meeting on yesterday"s incident: We have organized a committee to assess the damage caused to Jamia. Those students who need medical treatment, we will assure medical assistance to them. https://t.co/7dMpp76nq6
— ANI (@ANI) December 16, 2019
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने पश्चिम बंगाल सरकार से 13 दिसंबर के बाद राज्य में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा किए गए उपायों की एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।
Calcutta High Court asks West Bengal government to submit a report of measures taken by the government to ensure law and order in the state after December 13. pic.twitter.com/Dggr1EPOID
— ANI (@ANI) December 16, 2019
अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे: दिल्ली पुलिस पीआरओ
मीडियाकर्मियों पर हमले के मामले में दिल्ली पुलिस पीआरओ एमएसआई रंधावा ने कहा कि हम इस घटना की निंदा करते हैं, हम पहचान करेंगे और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।
#WATCH "We condemn this incident, we will identify take strict action against the perpetrators," Delhi Police PRO,MS Randhawa on ANI Reporter Ujjwal Roy Cameraperson Sarabjeet Singh assaulted while covering protests near Jamia Milia Islamia University, by unidentified persons pic.twitter.com/Qn6hOFZ1TV
— ANI (@ANI) December 16, 2019
पश्चिम बंगाल में सोमवार को चौथे दिन भी जारी रहा प्रदर्शन
पश्चिम बंगाल में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन सोमवार को चौथे दिन भी जारी रहा और विभिन्न क्षेत्रों से सड़क और रेल मार्ग बाधित करने की खबरें सामने आईं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। राष्ट्रीय नागरिक पंजी और नागरिकता कानून का विरोध करने में अग्रणी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विवादास्पद संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ दोपहर बाद कोलकाता की सड़कों पर उतरीं। ममता बनर्जी ने अपने हजारों पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मार्च निकाला और राज्य में प्रस्तावित एनआरसी एवं संशोधित नागरिकता कानून लागू नहीं करने देने का निश्चय किया।
न्यूज एजेंसी के पत्रकार और कैमरापर्सन की पिटाई
न्यूज एजेंसी एएनआई के पत्रकार और कैमरापर्सन की ओखला के होली फैमिली अस्पताल के बाहर हमला हुआ है। एएनआई ने ट्वीट के जरिए घटना की जानकारी दी है। जानकारी अनुसार जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के गेट नंबर एक के पास विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने एएनआई के रिपोर्टर उज्ज्वल रॉय और कैमरामैन सरबजीत सिंह की पिटाई कर दी। इन दोनों मीडियाकर्मियों का दिल्ली के होली फैमिली अस्पताल में उपचार किया जा रहा है।
#WATCH Delhi: ANI Reporter Ujjwal Roy and Cameraperson Sarabjeet Singh who were assaulted while covering protests near Jamia Milia Islamia University Gate-1, are undergoing treatment at Holy Family hospital pic.twitter.com/mzPggwYwuB
— ANI (@ANI) December 16, 2019
संसद के आपातकालीन सत्र को बुलाया जाए
नागरिकता कानून को लेकर समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद राम गोपाल यादव ने कहा कि मेरी मांग है कि संसद का आपातकालीन सत्र बुलाया जाए। नागरकिता कानून में संशोधन किया जाए, ताकि धर्म के आधार पर कोई भेदभाव न हो सके या फिर इस अधिनियम को निरस्त किया जाए।
नागरिकता कानून पर हिंसा दुखद-पीएम मोदी
नागरिकता कानून को लेकर देशभर में हो रहे विरोध प्रदर्शन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून पर हिंसक प्रदर्शन करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। चर्चा और विरोध लोकतंत्र का हिस्सा है लेकिन सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाना सही नहीं है।
विपक्ष ने की प्रेस कांफ्रेंस
नागरिकता कानून पर विपक्ष ने प्रेस कांफ्रेस की। जिसमें राज्यसभा में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हिंसा के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के उस बयान पर टिप्पणी की जिसमें उन्होंने हिंसा के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार बताया था पर कहा कि यदि कांग्रेस के पास इतनी ताकत होती तो आप सत्ता में नहीं होतो। बिना अनुमति के पुलिस कॉलेज में कैसे घुस गई।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने मांगा शाह से समय, ममता ने किया पैदल मार्च
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली की बिगड़ती कानून व्यवस्था से मैं बहुत चिंतित हूं। राज्य में तुरंत शांति सुनिश्चित करने के लिए, मैंने गृह मंत्री अमित शाह से बैठक के लिए समय मांगा है। वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस कानून के विरोध में कलकत्ता में पैदल मार्च कर रही हैं।
Kolkata: West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee takes out a protest march against #CitizenshipAmendmentAct and #NRC pic.twitter.com/wWjHziRaLz
— ANI (@ANI) December 16, 2019
हिंसा में स्थानीय लोग शामिल छात्र नहीं
जामिया की वाइस चांसलर नजमा अख्तर ने कहा है कि हम देशभर में हो रहे प्रदर्शन की बात नहीं करते। हमारे बच्चे सुरक्षित रहें हमारा कैंपस सुरक्षित रहे ये हम चाहते हैं। हिंसा में स्थानीय लोग शामिल हैं छात्र नहीं। वीसी का आरोप है कि बिना पूछे पुलिस कैंपस में घुस गई और हमारे बच्चों के साथ बर्बरता की और उन्हें डराया गया।
पुलिस के खिलाफ FIR कराएंगे : जामिया VC
#WATCH Delhi: Vice Chancellor of Jamia Millia Islamia, Najma Akhtar briefs the media over yesterday"s incident. https://t.co/nTv8xZzXcO
— ANI (@ANI) December 16, 2019
जामिया यूनिवर्सिटी की कुलपति नजमा अख्तर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि पुलिस ने बिना अनुमति के जामिया कैंपस में प्रवेश किया। उन्होंने कहा कि "हम कैंपस में पुलिस के खिलाफ FIR दर्ज करेंगे।" उन्होंने बताया कि "प्रॉपर्टी को दोबारा पुनर्निमाण किया जा सकता है, लेकिन जो हमारे छात्रों के साथ किया गया उसकी भरपाई नहीं की जा सकती।" इसके साथ ही उन्होंने उच्च स्तरीय जांच की मांग भी की है।
Vice Chancellor of Jamia Millia Islamia, Najma Akhtar: We will file an FIR against the entry of Police in our university campus. You can rebuild the property but you cannot compensate for the things the students went through. We demand a high level inquiry. pic.twitter.com/iaGRaQ7Hrh
— ANI (@ANI) December 16, 2019
नजमा अख्तर ने कहा कि "जामिया यूनिवर्सिटी में कफी नुकसान हुआ है इसकी भरपाई कैसे होगी? इसके साथ ही जो हमारे बच्चों का भावनात्मक नुकसान हुआ है उनके साथ हिंसा हुई है, हम उसके लिए बहुत चिंतित हैं।" उन्होंने रविवार की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि "मैं सभी से अपील भी करती हूं कि किसी भी तरह की अफवाहों पर भरोसा न करें।"
Najma Akhtar,Jamia Vice Chancellor: There has been a lot of property damage in the University,how will all this be compensated? There has been an emotional loss as well. Yesterday"s incident was unfortunate. I also appeal to everyone to not believe in any kind of rumours pic.twitter.com/rSkFuybUM7
— ANI (@ANI) December 16, 2019
इस दौरान नजमा अख्तर ने यूनिवर्सिटी के छात्र की मौत को अफवाह करार दिया। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी के किसी भी छात्र की मौत नहीं है। दो छात्रों के मौत होने की अफवाह उड़ाई जा रही है, जिसे हम पूरी तरह खारिज करते हैं। इसके अलावा उन्होंने बताया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान लगभग 200 लोग घायल हुए जिनमें से कई जामिया यूनिवर्सिटी के छात्र थे।
Vice Chancellor of Jamia Millia Islamia, Najma Akhtar: There has been a strong rumour that two students died, we deny this totally, none of our students died. About 200 people were injured of which many were our students pic.twitter.com/3uGAAVJuri
— ANI (@ANI) December 16, 2019
MANUU छात्रों का प्रदर्शन
हैदराबाद की मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी के छात्रों द्वारा CAA के खिलाफ और जामिया छात्रों के समर्थन में प्रदर्शन किया जा रहा है। बता दें कि MANUU के छात्र संघ ने अपने विरोध प्रदर्शन के कारण यूनिवर्सिटी की परीक्षा को बहिष्कार करने का फैसला लिया है। संघ ने एक्जाम कंट्रोलर से परीक्षा स्थगित करने की मांग भी की है।
Hyderabad:Maulana Azad National Urdu University (MANUU) students hold a protest against #CitizenshipAmendmentAct and in support of Jamia students. https://t.co/iIG7pnxLrH pic.twitter.com/LgECfJxFjP
— ANI (@ANI) December 16, 2019
लखनऊ के नदवा कॉलेज में विरोध
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के नदवा कॉलेज में भी CAA के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया है। लथनऊ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि "लगभग 150 छात्रों द्वारा CAA के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया गया और छात्रों ने करीब 30 सेकंड तक पथराव भी किया।" बहरहाल पुलिस ने कॉलेज के गेट बंद कर दिया है और सभी छात्र अपने क्लासरुम लौट गए हैं।
Lucknow: Protests in Nadwa college against #CitizenshipAmendmentAct. Police has closed the gate of the college from outside. Slogans in support of Jamia students raised by protesters. https://t.co/RJ0lURxir1 pic.twitter.com/v5jXw2JKB4
— ANI UP (@ANINewsUP) December 16, 2019
मंगलवार को SC में सुनवाई
सीनियर एडवोकेट इंदिरा जयसिंह ने जामिया और AMU छात्रों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज को मानव अधिकारों का उल्लंघन बताते हुए चीफ जस्टिस (CJI) एस ए बोबडे की अध्यक्षता वाली बेंच के सामने इस मुद्दे को संज्ञान में लेने की मांग उठाई है। इस पर CJI बोबडे ने कहा कि "हम अधिकारों का निर्धारण करेंगे, लेकिन दंगों के माहौल में नहीं।" उनका कहना है कि "जब तक दंगों की स्थिति बनी रहेगी, तब तक हम मामले को संज्ञान में नहीं लेंगे।"
Chief Justice of India SA Bobde, "We will determine the rights but not in the atmosphere of riots, let all of this stop and then we will take suo motu cognizance. We are not against rights and peaceful demonstrations" https://t.co/gAF5Va7HKo
— ANI (@ANI) December 16, 2019
CJI बोबडे ने बताया कि "हम अधिकारों और शांतिपूर्ण प्रदर्शनों के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन यदि सार्वजनिक संपत्ति की हिंसा और विनाश जारी रहता है, तो हम इसे नहीं सुनेंगे।" सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को मामले की सुनवाई करेगा। सुनवाई के लिए CJI बोबडे ने पहले देश की मौजूदा स्थिति को सामान्य करने की शर्त रखी हैं।
Supreme Court will hear the matter tomorrow. https://t.co/gAF5Va7HKo
— ANI (@ANI) December 16, 2019
CJI बोबडे ने जामिया और AMU के छात्रों के संबंध में कहा कि वे छात्र हैं तो इसका मतलब ये नहीं कि वे कानून व्यवस्था को अपने हाथों में ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि पहले दंगे थमने दिए जाए, ऐसी स्थिति में हम कुछ भी तय नहीं कर सकते हैं।
CJI SA Bobde says "Just because they happen to be students, it doesn"t mean they can take law and order in their hands, this has to be decided when things cool down. This is not the frame of mind when we can decide anything. Let the rioting stop."
— ANI (@ANI) December 16, 2019
CM पिनरई का BJP-संघ पर निशाना
CAA के खिलाफ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट और यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन में केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन भी शामिल हैं। उन्होंने CAA को लेकर देश भर की मौजूदा स्थिति के लिए भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को जिम्मेदार बताया है। सीएम पिनरई ने कहा कि "भाजपा और संघ अपना एजेंडा लागू करने की कोशिश रहे हैं। देश के हालात अस्थिर है।" उन्होंने कहा कि "केरल CAA के खिलाफ खड़ा है।"
Kerala Chief Minister Pinarayi Vijayan at LDF-UDF joint protest: The present atmosphere has been created by BJP-RSS,they are trying to implement their agenda. Situation in the country is volatile.Kerala is standing together against the #CitizenshipAmendmentAct https://t.co/EqseGb39tI pic.twitter.com/AwJdxtiVuL
— ANI (@ANI) December 16, 2019
पुलिस ने दर्ज की FIR
रविवार को जामिया नगर इलाके में विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा के संबंध में पुलिस ने चीजों के नुकसान और दंगों पर दो FIR दर्ज की गई है।
Delhi: Two FIRs over property damage and riots have been registered by Police in connection with violence during protests in Jamia Nagar area yesterday. pic.twitter.com/mVV7iBsyjB
— ANI (@ANI) December 16, 2019
केरल CM विरोध प्रदर्शन में शामिल
CAA के खिलाफ संयुक्त विरोध प्रदर्शन में केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन और विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीथला शामिल हुए हैं।
Thiruvananthapuram: Kerala Chief Minister Pinarayi Vijayan and Leader of Opposition in the assembly Ramesh Chennithala at a joint protest against #CitizenshipAmendmentAct pic.twitter.com/sd5MzVzfuV
— ANI (@ANI) December 16, 2019
गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ में कर्फ्यू से राहत
असम में CAA को लेकर विरोध प्रदर्शन के बाद स्थिति सामान्य होने के बाद गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ के लोगों को कर्फ्यू से राहत से राहत मिली है। यहां सुबह 6 बजे से शाम 8 बजे तक के लिए कर्फ्यू हटा दिया गया है। प्रदेश में अब भी शांतिपूर्ण प्रदर्शन जारी है।
Curfew has also been relaxed in Guwahati today between 6 am - 8 pm. #Assam https://t.co/IEksT0iW6t
— ANI (@ANI) December 16, 2019
जामिया से जा रहे छात्र
रविवार को CAA को लेकर प्रदर्शन करने के बाद अब जामिया के छात्र यूनिवर्सिटी कैंपस छोड़कर जा रहे हैं। प्रदर्शन के बाद जामिया प्रशासन ने 5 जनवरी तक छात्रों को छुट्टी देने का फैसला किया है।
Delhi: Students start leaving from Jamia Millia Islamia University as the University is closed till January 5 following yesterday"s incident. pic.twitter.com/4r8R3YfrMV
— ANI (@ANI) December 16, 2019
MANUU छात्रों ने किया परीक्षा का बहिष्कार
हैदराबाद की मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी के छात्र संघ ने परीक्षा को बहिष्कार करने का फैसला लिया है। संघ ने यूनिवर्सिटी के एक्जाम कंट्रोलर को पत्र लिखा है। संघ ने कहा है कि "जामिया और AMU छात्रों पर पुलिस हमले के खिलाफ MANUU के छात्रों के विरोध के कारण यूनिवर्सिटी के छात्र परीक्षा का बहिष्कार कर रहे हैं, आप इसे स्थगित करने का अनुरोध करें।"
Hyderabad:Maulana Azad National Urdu University (MANUU) students" union writes to controller of examination of university,stating "due to protests by MANUU students against police"s attack on JamiaAMU students,MANUU students are boycotting exams,request you to postpone the same"
— ANI (@ANI) December 16, 2019
दिल्ली में खोले गए सभी मेट्रो स्टेशन
राजधानी में दंगों के चलते रविवार रात कई मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया गया था। अब स्थितियां सामान्य होने पर सोमवार सुबह सभी स्टेशन खोल दिए गए हैं।
After a brief disruption in services at several metro stations in the national capital last night, entry and exit gates were opened and normal services have resumed at all stations on Monday morning
— ANI Digital (@ani_digital) December 16, 2019
Read @ANI Story |https://t.co/UdisUvwTeH pic.twitter.com/g5T9p1NucC
Created On :   16 Dec 2019 4:20 AM GMT