लिंगायत मठ सेक्स स्कैंडल : प्रशासक की नियुक्ति वापस लेने की मांग को लेकर संतों का प्रदर्शन

- मुरुगा संत के खिलाफ साजिश
डिजिटल डेस्क, चित्रदुर्ग । संत समाज सोमवार को चित्रदुर्ग के जगद्गुरु मुरुगराजेंद्र बृहन्मठ के लिए प्रशासक की नियुक्ति का विरोध करेंगे। बलात्कार के आरोपी शिवमूर्ति मुरुगा शरणारू के एक सितंबर से जेल जाने के बाद मठ में प्रशासक की नियुक्ति की गई है।
चित्रदुर्ग में जिला आयुक्त कार्यालय के परिसर में मठ के प्रभारी संत बसवप्रभु धरने का नेतृत्व करेंगे। सरकार से नियुक्ति आदेश वापस लेने का आग्रह करने के लिए राज्य भर के संत धरना प्रदर्शन करेंगे।
13 दिसंबर को, कर्नाटक सरकार ने बलात्कार के आरोपी संत शिवमूर्ति मुरुगा शरणारू की जगह चित्रदुर्ग मठ के लिए एक प्रशासक नियुक्त किया था। राजस्व विभाग के उप सचिव टी.सी. कंथाराज ने अपने आदेश में कहा कि सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी पी.एस. वस्त्राद को मठ का प्रशासक नियुक्त किया गया है।
आदेश में कहा गया है कि चित्रदुर्ग के जिला आयुक्त की रिपोर्ट में कहा गया था कि आरोपी मुरुगा संत के खिलाफ पॉक्सो एक्ट और एट्रोसिटी एक्ट के तहत दो मामले दर्ज हैं। मामले की जांच अदालत द्वारा की जा रही है और आरोपी साधु न्यायिक हिरासत में है। सरकार ने इस संबंध में महाधिवक्ता (एजी) की राय मांगी। एजी ने कहा कि ट्रस्ट की संपत्ति की रक्षा के मद्देनजर और चूंकि ट्रस्टी न्यायिक हिरासत में है, इसलिए प्रशासक नियुक्त किया जा सकता है।
इसके बाद सरकार ने चित्रदुर्ग के जिला कलेक्टर (डीसी) से ग्राउंड रिपोर्ट मांगी। डीसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि आरोपी साधु न्यायिक हिरासत में है, जिसके चलते मठ की कुल अचल संपत्तियों का प्रबंधन और वित्त प्रबंधन मुश्किल हो गया है।
सरकार के कदम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, बसवप्रभु स्वामीजी ने कहा कि वे सरकार से प्रशासक पर निर्णय वापस लेने का अनुरोध करेंगे। उन्होंने दावा किया कि इस फैसले से लाखों श्रद्धालुओं को पीड़ा हुई है।
उन्होंने कहा, हमने सीएम बोम्मई से प्रशासक नियुक्त नहीं करने का अनुरोध किया था। फैसले का विरोध करने के लिए कानूनी विकल्प शुरू किए जाएंगे। मुरुगा संत के खिलाफ साजिश है। मठ में सब कुछ सुचारू रूप से चल रहा है।
इस बीच, मठ के पूर्व प्रशासक एस.के. बासवराजन को सोमवार को जमानत पर जेल से रिहा किया जाएगा। बसवराजन को संत के खिलाफ पॉक्सो और अत्याचार के मामलों में फंसाने की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
आईएएनएस
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Created On :   26 Dec 2022 11:30 AM IST