आइए जानते हैं, देश के विकास की नींव खड़ी करने वाले मजदूरों के लिए क्यों खास है आज का दिन
- कई जगहों पर इसे मई दिवस भी कहते हैं
- कई देश की कंपनियों में आज के दिन छुट्टी भी होती है
- दुनियाभर में 1 मई को मनाजा जाता है लेबर डे
डिजिटल डेस्क। नेता, प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी तो कार्ययोजना तैयार करते हैं, लेकिन उन पर काम मजदूर करते हैं, इसलिए किसी भी देश के विकास में वहां के मजदूरों का बहुत बड़ा योगदान होता है। बुधवार (1 मई) को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस (Labor Day) है। आज ही के दिन दुनिया भर के मजदूरों के काम काम को निश्चित घंटों में तब्दील किया गया था। मजदूर अपना श्रम बेचकर न्यूनतम मजदूरी प्राप्त करता है, इसलिए अंतर्राष्ट्रीय मजदूर संघ को बढ़ावा देने के लिए मजदूर दिवस को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है। इस दिन को कई जगहों पर मई दिवस भी कहा जाता है। इस दिन कई देश की कंपनियों में छुट्टी भी होती है। आज हम आपको मजदूर दिवस से जुड़ी कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं।
भारत में मजदूर दिवस की शुरुआत
मजदूरों के सम्मान के लिए और उनके मनोबल को बढ़ाने के लिए भारत में मजदूर दिवस मनाया जाता है। भारत में लेबर किसान पार्टी ऑफ हिंदुस्तान ने आजादी से पहले 1 मई मार्च 1923 को मद्रास में इसकी शुरुआत की थी। इस समय इसकी शुरुआत मद्रास दिवस के रूप में हुई थी। यहीं मौका थीा कि जब भारत में पहली बार लाल झंडा भी फैलाया गया था।
ये है मजदूर दिवस का इतिहास
- अंतरराष्ट्रीय तौर पर मजदूर दिवस मनाने की शुरुआत 1 मई 1886 को हुई थी।
- अमेरिका के मजदूर संघों ने मिलकर यह तय किया कि वे 8 घंटे से ज्यादा काम नहीं करेंगे और इसके लिए संगठनों ने हड़ताल भी की थी।
- हड़ताल के दिन मार्केट में बम ब्लास्ट हुआ, ये धमाका किसने कराया ये तो पता नहीं चला, लेकिन इससे निपटने के लिए पुलिस ने मजदूरों पर गोली चलाई। इस घटना में कई मजदूरों की मौत हो गई और लोग घायल हो गए थे।
- इसके बाद 1889 में अंतरराष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन में ऐलान किया गया कि हेमार्केट नरसंघार में मारे गए निर्दोष लोगों की याद में 1 मई को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
- साथ ही इस दिन सभी श्रमिकों की छुट्टी रहेगी।
- संयुक्त राष्ट्र के अंतर्गत आने वाली अंतरराष्ट्रीय मजदूर संस्था दुनियाभर में लेबर क्लास के लोगों का जीवन स्तर सुधारने की दिशा में काम करती है।
- 1 मई के दिन यह संस्था दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में रैली और मार्च निकालती है ताकि मजदूर उत्पीड़न, न्यूनतम मजदूरी कानून और अप्रवासी मजदूरों को लेकर जागरुकता फैलाई जा सके।
Created On :   30 April 2019 5:17 PM IST