केरल की खुफिया एजेंसियों ने आरएसएस, पीएफआई के बीच और टकराव की चेतावनी दी

Kerala intelligence agencies warn of more clashes between RSS, PFI
केरल की खुफिया एजेंसियों ने आरएसएस, पीएफआई के बीच और टकराव की चेतावनी दी
सांप्रदायिक भावना भड़कने की संभावना केरल की खुफिया एजेंसियों ने आरएसएस, पीएफआई के बीच और टकराव की चेतावनी दी
हाईलाइट
  • राज्य की खुफिया एजेंसियों ने सरकार को दी चेतावनी

डिजिटल डेस्क, तिरुवनंतपुरम। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के एक कार्यकर्ता और आरएसएस के एक पूर्व कार्यकर्ता की एक के बाद एक हत्याओं ने केरल में तनावपूर्ण स्थिति पैदा कर दी है, क्योंकि इससे सांप्रदायिक भावना भड़क सकती है। सूत्रों के मुताबिक, राज्य की खुफिया एजेंसियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की जाती है तो स्थिति बिगड़ सकती है।

पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कार्यकर्ता, सुबैर (44) की शुक्रवार को एक स्थानीय मस्जिद में नमाज अदा करने के बाद अपने पिता अबू बकर के साथ घर लौटते समय एक कार की चपेट में आने से मौत हो गई। सुबैर की हत्या के महज 24 घंटे के भीतर ही पीएफआई/एसडीपीआईआर गिरोह ने कथित रूप से श्रीनिवासन (45) की हत्या कर दी। पुलिस ने कहा कि सुबैर की हत्या आरएसएस कार्यकर्ता संजीत की 15 नवंबर, 2021 को की गई हत्या के प्रतिशोध में होने का संदेह है।

केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने भी राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि अगर इस मुद्दे पर सख्ती से निपटा नहीं गया तो चीजें नियंत्रण से बाहर हो सकती हैं। हाल ही में एक एसडीपीआई कार्यकर्ता एम.के. केरल के मुवत्तुपुझा के अशरफ को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन के गबन और आय से अधिक स्रोतों के लिए गिरफ्तार किया था। आरोप है कि अशरफ एसडीपीआई और पीएफआई की फंडिंग के मुख्य स्रोतों में से एक है। उत्तर प्रदेश में पत्रकार सिद्दीकी कप्पन की गिरफ्तारी, (जब वह 2020 में हाथरस की यात्रा कर रहे थे) एसडीपीआई के लिए भी एक झटका था, जब उत्तर प्रदेश पुलिस ने आरोप लगाया था कि केरलवासी, (जो कई वर्षों से नई दिल्ली में रह रहे थे) पीएफआई समूह का हिस्सा थे।

पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने कप्पन की जमानत का विरोध करते हुए कहा था कि वह कई राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल था और इसका केरल में एसडीपीआई पर भी असर पड़ा है। आरएसएस नेता की हत्या के साथ, केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से और कार्रवाई की संभावनाएं हैं और इसलिए राज्य सरकार को अपराध करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी होगी।

सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि पलक्कड़ में आरएसएस और पीएफआई के करीब 50 कार्यकर्ता हिरासत में हैं और दोनों संगठनों के कुछ जिला स्तर के नेताओं से पूछताछ की जाएगी और जरूरत पड़ने पर उन्हें हिरासत में लिया जाएगा। पिछले दो दिनों में हुई हत्याओं ने राज्य में उत्सव की रौनक छीन ली है। केरल में नया साल शुक्रवार को मनाया गया, जबकि ईस्टर रविवार को मनाया गया और मुस्लिम समुदाय के लिए यह पवित्र रमजान का महीना है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक विजय सखारे के नेतृत्व में पुलिस की एक मजबूत टुकड़ी किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए इलाके में डेरा डाले हुए हैं।

(आईएएनएस)

Created On :   17 April 2022 8:01 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story