कर्नाटक चुनाव के लिए संघ की शरण में शाह, उमा भी भागवत से मिलीं
- संघ मुख्यालय पहुंचे अमित शाह, उमा भारती
- मोहन भागवत से 4.30 घंटे बंद द्वार हुई चर्चा
- शाह से पहले उमा भारती ने की मुलाकात
डिजिटल डेस्क, नागपुर। कर्नाटक चुनाव से पहले विविध एजेंसियों द्वारा किए गए चुनावी सर्वेक्षण में मिले संकेतों से भाजपा में बेचैनी है। टिकट बंटवारे के बाद असंतोष ने रंग में भंग डाल दिया है। इसके बाद पार्टी, संघ की शरण में पहुंची है। बुधवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, संघ मुख्यालय में दाखिल हुए। करीब 4.30 घंटे बंद दरवाजे में हुई चर्चा के बाद वे बाहर निकले और सीधे रविभवन पहुंचे। उथल-पुथल इसलिए भी रही कि इससे ठीक पहले केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत से मुलाकात की। जैसे ही उमा भारती संघ मुख्यालय से बाहर निकलीं, थोड़ी देर में अमित शाह पहुंचे।
भाजपा में बेचैनी भरा माहौल
भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह बुधवार को करीब 12 बजे नागपुर एयरपोर्ट पर पहुंचे। यहां से वे सीधे महल स्थित संघ मुख्यालय गए। वहां सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत और सरकार्यवाह भैयाजी जोशी से उन्होंने मुलाकात की। 12.30 बजे से 4.30 बजे तक यह बैठक चली। हालांकि आधिकारिक रूप से मुद्दों की पुष्टि नहीं हुई, लेकिन चर्चा कर्नाटक चुनाव पर केंद्रित बताई गई।
चुनावी सर्वेक्षण के बाद भाजपा में बेचैनी भरा माहौल है। खासकर लिंगायत मुद्दा चुनाव में महत्वपूर्ण बन गया है। ऐसे में पार्टी, चुनाव में संघ से सहयोग की अपेक्षा कर रही है। बिहार चुनाव में संघ के दूरी बनाने से पार्टी को करारी हाल झेलनी पड़ी थी। यही हाल गुजरात चुनाव में भी दिखा। यहां विहिप सहित अन्य हिंदुत्ववादी संगठनों की नाराजगी ने भाजपा की मुश्किल बढ़ा दी थी। किसी तरह बहुमत के करीब भाजपा पहुंची थी। इन सबसे सबक लेते हुए पार्टी ने संघ को चुनाव में सक्रिय मार्गदर्शन के लिए अनुरोध किया।
बैठक में राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ चुनाव को लेकर भी बातचीत हुई। राजस्थान में पार्टी की स्थित को लेकर खासा चिंतन दिखा। ऐसे में वहां संगठनात्मक बदलाव पर भी चर्चा होने की जानकारी है। इस दौरान शाह ने मोहन भागवत, भैयाजी जोशी के साथ भोजन भी किया। इसके बाद वे रविभवन में विश्राम के लिए निकल गए। करीब एक घंटा रविभवन में विश्राम के बाद वे 6 बजे नागपुर एयरपोर्ट की ओर निकले और 7 बजे नागपुर से रवाना हो गए।
संगठनात्मक बदलाव पर उमा भारती ने रखी भूमिका
केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने भी करीब एक घंटे सरसंघचालक मोहन भागवत से मुलाकात की। मध्यप्रदेश में हो रहे संगठनात्मक बदलाव को लेकर उमा भारती ने अपनी भूमिका रखी। इसके बाद वे संघ के वरिष्ठ नेता मा.गो. वैद्य से मुलाकात के लिए रवाना हुईं। मुलाकात के बाद करीब 3 बजे वे नागपुर से वापस लौट गईं।
Created On :   25 April 2018 5:20 PM GMT