नई राजनीतिक पार्टी बनाएंगे कमल हासन
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। विश्वरुपम, चाची 420, हे राम, दशावतार जैसी लोकप्रिय फिल्म बनाने वाले साउथ और बॉलीवुड के सुपरस्टार कमल हासन जल्द ही राजनीति के गलियारे में नजर आने वाले हैं। वे एक नई राजनीतिक पार्टी बनाने वाले हैं। उनका यह निर्णय केंद्र में सत्ताधारी पार्टी बीजेपी के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द बन सकता है। बता दें कि कमल हासन की बेटी श्रुति हासन भी बॉलीवुड और साउथ की बड़ी एक्ट्रेस हैं।
इस बारे में कमल हासन ने एक मीडिया इंटरव्यू में कहा कि "हां, मैं इसके बारे में सोच रहा हूं। पसंद के आधार पर नहीं, बल्कि जरूरी मानते हुए। ऐसा कोई मौजूदा राजनीतिक दल मुझे मंच या विचारधारा नहीं दे सकता, जो राजनीति को लेकर मेरे लक्ष्यों से मेल खाए।" कहा जा रहा है कि वे इसी माह के आखिरी में अपनी नई पार्टी का ऐलान कर सकते हैं। उनके राजनीति में आने से साउथ की पॉलिटिक्स में एक नया चैलेंज उभर कर सामने आएगा जिससे भाजपा ही नही अन्य दूसरे दलों को भी काफी परेशानी हो सकती है।
कमल हासन के राजनीति में जाने के कयास कई महीनों से लगाए जा रहे थे। कई दलों के नेता उनसे मिलने के लिए पहुंचते थे। पर किसी और पार्टी में जाने के अलावा वे खुद अपनी पार्टी बनाने में जुट गए हैं। उन्होंने कहा कि "मैं राजनैतिक पार्टी बनाने के बारे में विचार कर रहा हूं। तमिलनाडु की राजनीति बदल सकती है। प्रदेश बदलाव चाहता है। चाहें उसकी धीमी क्यों न हो? मैं परेशानियों से तुरंत निजात दिलाने का वादा तो नहीं कर सकता, लेकिन बदलाव का वादा कर सकता हूं।"
भ्रष्टाचार को करुंगा खत्म
हासन ने अपनी पार्टी बनाने के साथ ही भ्रष्टाचार पर भी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि "राजनीति में या तो मैं रहूंगा या भ्रष्टाचार।" पार्टी बनाने को लेकर उन्होंने कहा कि "मैं इस संबंध में केवल घोषणा करूंगा और फिलहाल किसी तरह की चर्चा नहीं करूंगा। इस मामले में मैं केरल के मुख्यमंत्री से बात कर चुका हूं और उनके अनुभव मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। पार्टी संबंधी कोई घोषणा करने से पहले मैं अन्य लोगों के बारे में बातचीत करूंगा।" इस दौरान उन्होंने कहा कि उनका झुकाव डीएमके या किसी और पार्टी की ओर नहीं है। इसलिए वे बीच का रास्ता निकालेंगे।
वहीं कमल हसन ने एक बयान दिया है जिससे राईट विंग के दलों के लिए मुश्किल बढ़ गई है। हासन ने कहा था कि उनके कई रंग हो सकते हैं लेकिन भगवा नहीं होगा। इस बयान के बाद भाजपा और उसे समर्थन करने वाले दलों को साउथ में एक और राजनेता और एक नई राजनीतिक पार्टी से टकराना होगा।
Created On :   15 Sept 2017 7:20 PM IST