मुजफ्फरनगर ट्रेन हादसा : साजिश या एक बड़ी लापरवाही?
डिजिटल डेस्क, मुजफ्फरनगर। यूपी के मुजफ्फरनगर में खतौली के पास शनिवार को हुए कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन हादसे में अब तक 23 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि 50 से अधिक घायल हैं। यह एक हादसा मात्र है, लापरवाही है या किसी आतंकी संगठन की साजिश, यह तीनों जांच का विषय है, जो जारी है।
लापरवाही हो सकती है सबसे बड़ी वजह
इस हादसे को लेकर मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक जहां हादसा हुआ है वहां पटरी पर मरम्मत का कार्य चल रहा था। जिसकी सूचना न तो किसी जिम्मेदार अधिकारी के पास थी और न ही ट्रेन चालक के पास। मरम्मत कार्य के दौरान पटरी पर कोई साइन बोर्ड भी नहीं लगाया गया था, जो एक बड़ी लापरवाही है। जांच का विषय तो यह भी है कि अगर मरम्मत कार्य की सूचना अधिकारियों के पास थी तो फिर इस ट्रेन का रूट क्यों नहीं बदला गया?
इन तमाम सवालों के साथ एक बात तो साफ है कि जिम्मेदार अधिकारियों ने लोगों की जान से खिलवाड़ ही किया है। जिस घर में ट्रेन की एक बोगी घुसी है उस घर के मालिक जगत सिंह ने कहा कि यह हादसा नहीं हत्या है। उनके नौकर ने डेढ़ महीने पहले ही पटरी क्रैक होने की सूचना दे दी थी। रेलवे प्रशासन ने मरम्मत करने की बात कही थी। इसके बावजूद किसी ने ध्यान नहीं दिया।
साजिश की गंध
इस हादसे में किसी आतंकी संगठन की साजिश होने की भी सूचना मिल रही है। यही कारण है कि यूपी सरकार ने डीएसपी अनुप सिंह के नेतृत्व में ATS टीम को भी मौके पर भेजा है। यह ATS टीम इस हादसे में किसी आतंकवादी संगठन का हाथ है या नहीं इस बात की जांच करेगी।
Created On :   19 Aug 2017 11:51 PM IST