घाटी में पोस्टपेड सेवा शुरू, मलिक बोले- अब युवा लड़के-लड़कियों को बात करने में नहीं होगी दिक्कत
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में पोस्ट-पेड मोबाइल सेवाएं बहाल होने के बाद राज्यपाल सत्यपाल मलिक का बयान सामने आया है। मलिक ने कहा कि "युवा लड़के और लड़कियों को पहले दिक्कत हो रही थी लेकिन अब वे एक दूसरे से बात कर सकते हैं। अब, कोई मुद्दा नहीं हैं। बहुत जल्द, हम इंटरनेट सेवाओं को बहाल करेंगे।"
मलिक ने कहा, "लोग शोर मचाते थे कि टेलीफोन नहीं है। हमने टेलीफोन सेवाओं को बंद कर दिया था क्योंकि आतंकवादी उनका इस्तेमाल अपनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए कर रहे थे। हमारे लिए एक कश्मीरी का जीवन महत्वपूर्ण है टेलीफोन नहीं। लोग पहले भी बिना टेलीफोन के रह रहे थे।" उन्होंने कहा कि पिछले दो महीनों में घाटी में एक भी गोली नहीं चली और कोई विरोध भी नहीं हुा। इसका श्रेय सुरक्षा बलों को दिया जाना चाहिए।"
मलिक ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे इसके लिए बधाई दी थी। मैंने कहा कि मैं प्रशंसा के योग्य नहीं हूं। आपको कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए कश्मीरी लोगों और पुलिस बलों को धन्यवाद देना चाहिए।"
बता दें कि कश्मीर में 70 दिनों के कम्यूनिकेशन लॉकडाउन के बाद, सोमवार को घाटी में बीएसएनएल नेटवर्क पर पोस्टपेड मोबाइल सेवाएं बहाल कर दी गईं है। सरकार ने पिछले हफ्ते घोषणा की थी कि घाटी में लगभग 40 लाख पोस्टपेड मोबाइल फोन सेवाओं को सोमवार दोपहर से चालू किया जाएगा। हालांकि इंटरनेट सेवाओं को अभी तक बहाल नहीं किया गया है।
मोबाइल सेवाओं की निरंतरता इस बात पर निर्भर करेगी कि घाटी में सुरक्षा की स्थिति कैसी है। सेलफोन सेवाओं की बहाली प्रशासन के प्रतिबंधों में ढील देने की घोषणाओं की एक सीरीज का हिस्सा है। 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 को हटाए जाने के बाद कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए थे जिसमें सेलफोन सेवाओं पर प्रतिबंध भी शामिल था।
Created On :   14 Oct 2019 12:41 PM GMT