खेल-खेल में बच्चों को पुलिया के नीचे मिले 5 करोड़ रुपए

Jharkhand Old Currency of 500 and 1000 Rs found in National Highway 33
खेल-खेल में बच्चों को पुलिया के नीचे मिले 5 करोड़ रुपए
खेल-खेल में बच्चों को पुलिया के नीचे मिले 5 करोड़ रुपए

डिजिटल डेस्क, रांची। झारखंड के दिनाई गांव से एक बेहद ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां के दिनाई गांव के पास एक पुलिया के नीचे से नोटों से भरी तीन बोरियों को बरामद किया गया है। इन बोरियों में 500 और 1000 के पुराने नोट मिले हैं। बताया जा रहा है कि इन तीनों बोरियों का करीब 100 किलो है और इसमें कम से कम 5 करोड़ रुपए होंगे। हालांकि, ये सभी नोट कटी-फटी हालत में मिले हैं।

कहां का है ये मामला? 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, झारखंड का दिनाई गांव, सरायकेला-खरसावां जिले के चौका थाना इलाके के एनएच-33 पर बसा है। इस गांव में एक पुलिया है, जिसके नीचे से ही इन नोटों से भरी बोरियों को बरामद किया गया है। माना जा रहा है कि इन नोटों को किसी मशीन के जरिए काटा होगा, क्योंकि इन नोटों के छोटे-छोटे टुकड़े किए गए हैं। बताया जा रहा है कि इन नोटों की कीमत कम से कम 5 करोड़ रुपए तक हो सकती है।

बच्चों को खेलते हुए मिली बोरियां

खबरों के मुताबिक, दिनाई गांव की इस पुलिया के पास कुछ बच्चे खेल रहे थे। दरअसल, पुल के नीचे गढ्ढे में पानी जमा हो गया था और बच्चे यहां की मछलियों को मार रहे थे। उन बच्चों ने गढ्ढे में तीन बोरियां देखी और खेल-खेल में ये बोरियां फट गई। बोरियां फटी तो सब दंग रह गए, क्योंकि इनमें पुराने 500 और 1000 के नोट छोटे-छोटे टुकड़ों में भरे हुए थे।

पुलिस ने बोरियां की जब्त

पुलिया के पास खेल रहे बच्चों को जब इन बोरियों का पता चला तो उन्होंने गांव वालों को बताया। गांव वालों ने तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दी। जानकारी मिलते ही चौका थाना के एएसआई यहां पहुंचे और बोरियों को जब्त कर लिया। पुलिस के मुताबिक, बोरियों में पुराने नोट भरे हुए हैं। पुलिस का ये भी मानना है कि इन नोटों को किसी मशीन के जरिए छोटे-छोटे टुकड़ों में काटा गया होगा।

पिछले साल हुई थी नोटबंदी

बता दें कि 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 के नोटों पर बैन लगा दिया था। इसके बाद से ये नोट बैन हो गए थे। मोदी सरकार ने पुराने नोटों को बदलने के लिए 50 दिन यानी 30 दिसंबर 2016 तक का टाइम दिया था। नोटबंदी के पीछे सरकार का कहना था कि इससे ब्लैकमनी, आतंकी गतिविधी और करप्शन पर रोक लगेगी। मोदी सरकार के इस कदम का विपक्ष ने कड़ा विरोध किया था। इस साल भी जब नोटबंदी को एक साल हुए तो विपक्ष ने इस दिन को "ब्लैक डे" के तौर पर मनाया। 

Created On :   29 Dec 2017 3:32 PM IST

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