कोविड टीकाकरण में राष्ट्रीय औसत से पिछड़ा झारखंड, लक्ष्य पूरा करने के लिए विशेष अभियान की शुरुआत
- राज्य में अब तक 69.72 प्रतिशत लोगों ने पहला डोज लिया है
डिजिटल डेस्क, रांची। कोविड टीकाकरण के मामले में झारखंड राष्ट्रीय औसत से पिछड़ गया है। ओमिक्रॉन वेरिएंट के प्रसार की आशंकाओं को देखते हुए राज्य के लिए यह चिंता का विषय माना जा रहा है। राज्य में अब तक 69.72 प्रतिशत लोगों ने पहला डोज लिया है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह औसत 84.8 प्रतिशत है। राज्य में मात्र 34.2 प्रतिशत लोगों को टीके का दूसरा डोज लगा है। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि दिसंबर में राज्य के 90 प्रतिशत लोगों को कोविड टीके का पहला डोज देने का लक्ष्य पूरा कर लिया जायेगा।
इस बीच केंद्र ने झारखंड को उन सात राज्यों में शामिल किया है, जहां 12 से 18 वर्ष की उम्र के लोगों को जायडस कैडिला की कोरोना वैक्सीन जायकोव-डी सबसे पहले टीके लगाये जायेंगे। यह पहला टीका है जिसे भारत के औषधि नियामक ने 12 वर्ष और इससे अधिक आयु के लोगों को लगाने की मंजूरी दी है। उम्मीद की जा रही है कि इस महीने के अंत तक या अगले साल के पहले महीने में इस आयुवर्ग के लोगों को टीके लगने शुरू हो जायेंगे।
बता दें कि झारखंड में कुल 2 करोड़ 41 लाख 21 हजार तीन सौ बारह लोगों को कोविड टीके देने का लक्ष्य है। इसके विरुद्ध 5 दिसंबर तक 1 करोड़ 68 लाख 17 हजार आठ सौ पचपन लोगों को पहला डोज और 82 लाख 55 हजार 423 लोगों को दूसरा डोज दिया गया है। राज्य में टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करने के लिए हर रोज लगभग 2 लाख 80 हजार लोगों को टीके दिये जाने चाहिए, लेकिन मौजूदा रफ्तार यह है कि औसतन हर रोज लगभग 45 हजार लोगों को ही टीके लग पा रहे हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने जागरूक तबके के लोगों से अपील की है कि उनकी जानकारी में जिन लोगों ने कोविड का टीका नहीं लिया है, उन्हें प्रेरित कर टीकाकरण करायें।
राज्य में धनकटनी और रबी फसलों की बुआई का सीजन चल रहा है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अब खेतों-खलिहानों तक जाकर लोगों को टीके लगाने के लिए विशेष टीमें बनायी हैं। हर घर दस्तक अभियान को भी तेज किया जा रहा है।
(आईएएनएस)
Created On :   6 Dec 2021 2:00 PM IST