जम्मू-कश्मीर: पाक ने उरी सेक्टर में की गोलाबारी, एक जेसीओ शहीद और एक महिला की मौत
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। उत्तरी कश्मीर के सीमा से लगे बारामुला जिले के उरी सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से बुधवार को भारी गोलाबारी की जा रही है। पाक सेना ने अग्रिम चौकियों और रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया। इस दौरान एक जूनियर कमीशन ऑफिसर (JCO) शहीद हो गए, जबकि एक 22 वर्षीय स्थानीय महिला की मौत हो गई। भारतीय सेना ने भी करारा जवाब दिया है। इसमें पाकिस्तान की दो से तीन चौकियों को नुकसान पहुंचने की सूचना है।
मंगलवार रात पाकिस्तान ने कठुआ में भारी गोलाबारी की थी तो आज (बुधवार) नियंत्रण रेखा पर उरी सेक्टर के सिलिकूट, हथलंगा, मोथल, सोवरा, बालकोट, चुरंडा और आस-पास के रिहायशी इलाकों को निशाना बनाते हुए तोप के गोले और मोर्टार दाग रहा है। पाकिस्तान ने सुबह करीब 11.30 बजे इन इलाकों को छोटे और बड़े हथियारों से निशाना बनाना शुरू किया। इस दौरान 18 मराठा लाई के JCO बृजेश कराटे शहीद हो गए। वहीं चुरंडा गांव में गोले लगने से 22 वर्षीय नसीमा बैगम नामक महिला की मौत हो गई।
Pak Army targets Indian civilians in ceasefire violations, 2 killed including a soldier
— ANI Digital (@ani_digital) December 25, 2019
Read @ANI Story | https://t.co/RYBibikXGQ pic.twitter.com/1ZGTvdjCLM
रिहायशी इलाके में फंसे लोगों को सेना ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया
पाकिस्तान की भारी गोलाबारी को देखते हुए रिहायशी इलाके में फंसे लोगों को सेना ने प्रशासन की मदद से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। गोलाबारी के बीच ही सेना तथा पुलिस के कैस्पर वाहनों से लोगों को गांव से निकाला। प्रशासन का कहना है कि पूरी स्थिति पर नजर रखी जा रही है। गोलाबारी से इन इलाकों के लोगों में काफी दहशत का माहौल है। उधर, अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में भी पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी की गई। हालांकि, इसमें किसी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं है। भारतीय सेना ने भी इसका जवाब दिया है।
पाक की ओर से इस साल 2400 बार सीजफायर तोड़ा गया
बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद भारत-पाक सीमा पर लगातार तनाव का माहौल है। पाकिस्तानी सेना ने 2019 में पिछले साल की तुलना में डेढ़ गुणा अधिक सीजफायर तोड़ा गया है। 5 अगस्त 2019 के बाद से अब तक पाकिस्तान ने LoC पर 950 बार सीजफायर तोड़ा है, जबकि 2019 में अब तक 2400 बार सीजफायर तोड़ा है। पिछले साल 1800 बार सीजफायर तोड़ा गया था। लगातार सीजफायर टूटने से सरहद पर रहने वाले लोगों को जीना मुहाल हो चुका है। पाकिस्तान की ओर से हर रोज रिहायशी इलाकों को टारगेट करके गोलाबारी की जा रही है।
पुंछ और कुपवाड़ा में सबसे ज्यादा तनाव
पाकिस्तान सबसे ज्यादा पुंछ जिले की एलओसी पर सीजफायर तोड़ रहा है। पुंछ के शाहपुर और कुपवाड़ा के किरणी सेक्टर में लगातार गोलाबारी की जा रही है। अकेले पुंछ में ही इस साल 1800 से अधिक बार सीजफायर तोड़ा गया है। दोनों देशों के बीच पुंछ जिले में युद्ध जैसा माहौल बना हुआ है। हालांकि भारतीय सेना ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है।
Created On :   25 Dec 2019 10:10 PM IST