जम्मू-कश्मीर: फिर बहाल हुई इंटरनेट सेवा, संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की बरसी के मद्देनजर की गई थी बंद
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- जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई हैं
- जेकेएलएफ की ओर से बुलाये गए हड़ताल में पूरे कश्मीर में बंद की संभावना है
- श्रीनगर में दुकानें और कारोबार बंद रहने से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट सेवा एक बार फिर से बहाल कर दी गई है। 2001 के संसद हमले में मुख्य साजिशकर्ता अफजल गुरु की बरसी की पूर्व संध्या पर एहतियात के तौर पर जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई थी। अफ़ज़ल गुरु को संसद हमले में मुख्य साजिशकर्ता के तौर पर दोषी ठहराया गया था और उसे 9 फरवरी 2013 को फांसी दी गई थी।
जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) ने अफ़ज़ल गुरु की बरसी पर और 11 फरवरी को बंद का आह्वान किया है, इस दिन नेशनल लिबरेशन फ्रंट (NLF) के संस्थापक मकबूल भट की बरसी है।
अफजल गुरु की बरसी पर जेकेएलएफ की ओर से बुलाये गए हड़ताल में पूरे कश्मीर में बंद की संभावना है।
खबरों के मुताबिक श्रीनगर में दुकानें और कारोबार बंद रहने से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सार्वजनिक परिवहन भी सड़कों पर नजर नहीं आ रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हड़ताल बुलाने के बाद जेकेएलएफ नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। बता दें कि मकबूल भट एक कश्मीरी अलगाववादी था और नेशनल लिबरेशन फ्रंट संगठन का संस्थापक था।
अफजल गुरु और मकबूल भट दोनों को तिहाड़ जेल में फांसी दी गई थी। अफजल गुरु को 2013 में फांसी दी गई थी, जबकि मकबूल भट को 1984 में फांसी पर लटकाया गया था।
Created On :   9 Feb 2020 3:36 PM IST