टीका लगवाने के जगह छात्रों से बनवाई ह्यूमन चेन, जिला प्रशासन की लापरवाही हुई उजागर
- जिला प्रशासन की लापरवाही बच्चों को महंगी पड़ सकती है
- जिलाधिकारी ने बताया कोरोना प्रोटोकॉल का किया गया पालन
- वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए बच्चों ने किया जागरूकता कार्यक्रम
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। देश में जहां कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन अपना पैर पसार रहा है और लोग इस महामारी को लेकर काफी ज्यादा भयभीत हैं। तो वहीं यूपी के इटावा में जिला प्रशासन की बहुत बड़ी लापरवाही सामने आई है। बता दें कि ओमिक्रॉन संकट के बीच मतदाता जागरूकता अभियान के तहत वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए स्कूली बच्चों की 2 किलोमीटर लंबी ह्यूमन चेन बनाई गई है।
इस कार्यक्रम में करीब 6 स्कूलों के 2 हजार से ज्यादा स्कूली बच्चों ने हिस्सा लिया था। इस कार्यक्रम को लेकर जब मौके पर जिलाधिकारी से ये सवाल किया गया कि जो बच्चें इकट्ठे हैं, उनका वैक्सीनेशन करा दिया गया है? इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि यह कार्यक्रम कोविड प्रोटोकॉल के तहत हुआ है। हमारा जिला वैक्सीनेशन को लेकर प्रदेश में टॉप पर है।
जिला प्रशासन की लापरवाही आई सामने
बता दें कि एक तरफ सरकार कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर गंभीर है तो वहीं जिला प्रशासन वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए करीब 2 हजार से ज्यादा स्कूली बच्चों की 2 किलो मीटर तक लंबी श्रृंखला बनवाकर लोगों को जागरूक करने का काम करवाया। यह कार्यक्रम इसलिए कराया गया था, ताकि विधानसभा चुनाव में वोट प्रतिशत बढ़ सके। हालांकि ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच बिना बच्चों के वैक्सीनेशन के जिला प्रशासन ने इतनी बड़ी लापरवाही क्यों की? इसका सही से जवाब खुद प्रशासन के पास भी नहीं था।
बिना मास्क के दिखे अधिकारी
आपको बता दें जिला प्रशासन के आदेश के बाद विधानसभा चुनाव में वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए जब स्कूली बच्चे जागरूकता कार्यक्रम कर रहे थे। इसी दौरान मौके पर पहुंचे अपर जिलाधिकारी जय प्रकाश सिंह और मुख्य विकास अधिकारी बिना मास्क के दिखाई दिए। इतने बड़े पैमाने पर लापरवाही तब देखने को मिली जब देश कोरोना महामारी की दो लहर देख चुका है।
Created On :   3 Jan 2022 11:35 PM IST