भारतीय को गर्भवती सूडानी पत्नी को भारत लाने की अनुमति नहीं, मदद की गुहार

Indian not allowed to bring pregnant Sudanese wife to India, pleads for help
भारतीय को गर्भवती सूडानी पत्नी को भारत लाने की अनुमति नहीं, मदद की गुहार
सूडान संकट भारतीय को गर्भवती सूडानी पत्नी को भारत लाने की अनुमति नहीं, मदद की गुहार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संकटग्रस्त सूडान में एक भारतीय नागरिक को खार्तूम में भारतीय मिशन द्वारा उसके निकासी अनुरोध को तो मंजूर कर लिया गया है, लेकिन सूडानी नागरिक उसकी गर्भवती पत्नी को छोड़ दिया गया है। केरल के कोट्टायम निवासी बॉबी सेबस्टियन तीन वर्षों से खार्तूम में काम कर रहे हैं। उनकी शादी सूडानी नागरिक हला मुआविया मोहम्मद अबुजैद से हुई है।

सेबेस्टियन ने लेखक और प्रवासी अधिकार कार्यकर्ता रेजिमोन कुट्टप्पन द्वारा अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक संदेश में लिखा, देश में मौजूदा अशांति और घातक स्थिति के कारण हमने खार्तूम में भारतीय दूतावास से उसे निकालने का अनुरोध किया है।

संदेश में कहा गया, मेरे अनुरोध को तो स्वीकार कर लिया गया, लेकिन मेरी गर्भवती पत्नी को चयनित नामों में सूचीबद्ध नहीं किया गया, मुझे लगता है कि उसे यहां (सूडान) छोड़ना असुरक्षित और खतरनाक है। सेबस्टियन की सूडानी पत्नी के पास फिलहाल वैध भारतीय वीजा या ओसीआई कार्ड नहीं है। कुट्टप्पन के मुताबिक, इस जोड़े के पास शादी के दस्तावेज हैं और पत्नी पहले केरल जा चुकी है।

सेबस्टियन ने संबंधित भारतीय अधिकारियों से यह कहते हुए हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है कि उसकी पत्नी के लिए भारतीय वीजा प्राप्त करने के लिए पर्याप्त समय नहीं है। कुट्टप्पन के ट्वीट का जवाब देते हुए, तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि वह अब सेबेस्टियन के सीधे संपर्क में हैं, और आपातकालीन निकासी के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर के कार्यालय से संपर्क किया है।

थरूर ने ट्वीट के जवाब में लिखा, मैं खार्तूम में सीधे उनके संपर्क में हूं और अस्थायी परमिट पर आपातकालीन निकासी की व्यवस्था करने के लिए डॉ. जयशंकर के कार्यालय से संपर्क किया है। थरूर ने लिखा, विदेश मंत्रालय को इसे पूरा करने के लिए शायद गृह मंत्रालय के साथ समन्वय करने की आवश्यकता होगी। मेरी सहानुभूति उनके साथ है।

सूडान में लगभग 4,000 भारतीय नागरिक हैं, और खार्तूम में भारतीय दूतावास के अनुसार लगभग 1,500 निवासी हैं। अल्बर्ड आगस्टाइन नामक एक भारतीय नागरिक की गोली लगने से मौत भी हो चुकी है।

जयशंकर ने सूडान में फंसे भारतीयों को भरोसा दिलाया कि सरकार उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा, दिल्ली में हमारी टीम सूडान में भारतीय नागरिकों के साथ लगातार संपर्क में है।

15 अप्रैल को सूडानी सशस्त्र बल (एसएएफ) और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स के बीच हिंसक झड़पें बेरोकटोक जारी हैं। सूडान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, हिंसा में कम से कम 424 लोग मारे गए हैं और लगभग 3,730 लोग घायल हुए हैं।

 

 (आईएएनएस)

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Created On :   24 April 2023 10:30 AM IST

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