शुभांगी बनी भारतीय नेवी की पहली महिला पायलट, उड़ाएंगी एयरक्राफ्ट
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यूपी की शुभांगी स्वरूप ने भारतीय नेवी की पहली महिला पायलट बनने का गौरव हासिल कर लिया है। अब बहुत ही जल्दी शुभांगी स्वरूप "मेरीटाइम रिकानकायसन्स" विमान उड़ाते हुए नजर आएंगी। शुभांगी को हैदराबाद में वायु सेना अकादमी में प्रशिक्षण दिया जाएगा, जहां सेना, नौसेना और वायु सेना के पायलटों को प्रशिक्षण दिया जाता है।
जानकारी के अनुसार शुभांगी स्वरूप उत्तर प्रदेश की हैं और विमानों को उड़ाने की तमन्ना उन्हें बचपन से ही थी। शुभांगी ने अपनी प्रतिभा के चलते भारतीय नेवी के इतिहास में पहली महिला पायलट बनने का गौरव हासिल किया है। पहली महिला पायलट बनने के बाद उत्तर प्रदेश के बरेली की रहने वाली शुभांगी स्वरूप ने कहा कि मुझे मालूम है कि यह सिर्फ एक रोमांचक अवसर नहीं बल्कि एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी भी है। शुभांगी हैदराबाद के दुंदीगल एयर फोर्स अकादमी भी विशेष ट्रेनिंग के लिए जाएंगी।
शुभांगी के अलावा नई दिल्ली की आस्था सेगल, पुड्डूचेरी की रूपा ए और केरल की शक्ति माया एस को नौसेना की नेवल आर्मामेंट इंस्पेक्टोरेट (एनएआई) शाखा में देश की पहली महिला अधिकारी बनने का गौरव हासिल हुआ है। चारों महिलाओं ने बुधवार को केरल के कन्नूर में आयोजित एक कार्यक्रम एझीमाला नौसेना अकादमी में नेवल ओरियन्टेशन कोर्स पास करने के बाद पासिंग आउट परेड में हिस्सा लिया। इस समारोह में नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा मौजूद थे।
चीफ ऑफ नेवल स्टाफ एडमिरल सुनील लांबा ने कहा कि वैसे तो इंडियन नेवी में महिलाओं की एंट्री 1991 में ही मिल गई थी लेकिन शुभांगी, आस्था सहित नई लड़कियों की इस पहल के बाद महिलाएं तेजी से शामिल होंगी। कार्यक्रम में एडमिरल ने 9 बेहतरीन मिडशिपमेन और कैडेट को मेडल भी दिया।
दक्षिणी नेवल प्रवक्ता कमांडर श्रीधर वॉरियर ने कहा कि वैसे तो शुभांगी नौसेना में पहली पायलट हैं, लेकिन नौसेना की एविएशन ब्रांच में पहले भी वायु यातायात नियंत्रण अधिकारी और विमान में ‘पर्यवेक्षक’ अधिकारी के तौर पर महिलाएं काम कर चुकी हैं। एनएआई शाखा पर नौसेना के हथियारों और गोला-बारूद के ऑडिट एवं आकलन की जिम्मेदारी होती है। कमांडर वॉरियर ने कहा कि सभी चारों महिला अधिकारियों को ड्यूटी पर तैनात किए जाने से पहले उनकी चुनिंदा शाखाओं में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
Created On :   23 Nov 2017 6:46 PM IST