भारत अक्षय ऊर्जा हस्तांतरण के लिए ट्रांसमिशन इंटरकनेक्शन में मालदीव की मदद करेगा
- जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने के लिए ऊर्जा संक्रमण कार्यक्रम
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत और मालदीव ने मंगलवार को मालदीव के ऊर्जा संक्रमण कार्यक्रम की सुविधा के लिए वन सन, वन वल्र्ड, वन ग्रिड पहल के तहत अक्षय ऊर्जा हस्तांतरण के लिए ट्रांसमिशन इंटरकनेक्शन स्थापित करने का प्रस्ताव रखा।
ट्रांसमिशन इंटरकनेक्शन पर समझौता ज्ञापन के लिए एक मसौदा समझौता तैयार किया जा रहा है, जिसके तहत भारत की एक तकनीकी टीम मालदीव की तकनीकी व्यवहार्यता का आकलन करने के लिए जाएगी। इसके बाद भारत और मालदीव एजेंसियों के साथ संयुक्त रूप से माले (मालदीव की राजधानी) में अंडरसी केबल रूट सर्वे और नेटवर्क संवर्धन सहित एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
इसकी घोषणा तब की गई, जब मालदीव के पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन और प्रौद्योगिकी मंत्री, अमीनाथ शौना ने भारत के ऊर्जा और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री, आर.के. सिंह से नई दिल्ली में मुलाकात की। नवीकरणीय ऊर्जा सहित, जीवाश्म ईंधन से हरित विकल्पों में स्थानांतरित करके जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने के लिए ऊर्जा संक्रमण कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण कदम है। सिंह ने 2030 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जन लक्ष्य हासिल करने के मालदीव सरकार के संकल्प की सराहना की। वन सन, वन वल्र्ड, वन ग्रिड के तहत ट्रांसमिशन इंटरकनेक्शन पर समझौता ज्ञापन के अलावा, दोनों नेताओं ने ऊर्जा सहयोग पर एक और समझौता ज्ञापन का भी प्रस्ताव रखा। मालदीव के पर्यावरण मंत्री ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव से भी मुलाकात की। यादव ने भी मालदीव द्वारा उठाए गए जलवायु कार्यो की सराहना की।
जलवायु परिवर्तन से निपटने में अनुकूलन पर ठोस कार्रवाई के महत्व पर जोर देते हुए यादव ने कहा कि भारत और मालदीव को जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए हाथ मिलाना चाहिए ताकि सभी के लिए, विशेष रूप से विकासशील देशों के लिए जलवायु न्याय सुनिश्चित किया जा सके। दोनों पक्ष न केवल पर्यावरणीय मुद्दों और जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने के लिए, बल्कि अधिक आर्थिक एकीकरण के लिए सहयोग बढ़ाने के लिए भी भारत और मालदीव के बीच चल रहे द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने पर सहमत हुए।
(आईएएनएस)
Created On :   26 April 2022 8:00 PM GMT