फंसे नागरिकों के लिए यूक्रेन की सीमाओं पर कंट्रोल रूम स्थापित कर रहा भारत
- भारत अपने नागरिकों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर की सुविधा भी प्रदान कर रहा है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों के लिए पोलैंड, रोमानिया और हंगरी के बॉर्डर चेक-पोस्ट (सीमा जांच चौकी) पर नियंत्रण कक्ष (कंट्रोल रूम) स्थापित कर रहा है।
इसके साथ ही भारत अपने नागरिकों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर की सुविधा भी प्रदान कर रहा है।
कीव में भारतीय दूतावास ने कहा कि सीमाओं के माध्यम से निकासी की सुविधा के लिए संबंधित चेक-प्लाइंट्स पर हेल्पलाइन नंबर स्थापित किए जा रहे हैं।
दूतावास ने कहा, नियंत्रण कक्ष स्थापित होने के बाद नंबर साझा किए जाएंगे।
ये नियंत्रण कक्ष पोलैंड, रोमानिया और हंगरी में स्थित होंगे और इनका प्रबंधन उन देशों में तैनात भारतीय अधिकारी करेंगे।
इस बीच, दूतावास ने पोलैंड में तैनात कुछ अधिकारियों के नंबर साझा किए हैं और बताया है कि पंकज गर्ग (प्लस 48660460815) शहीनी-मेड्यका बॉर्डर चेक-पोस्ट पर तैनात हैं।
क्राकोविएक क्रॉसिंग पर दूतावास कार्यालय का नेतृत्व शुभम कुमार (प्लस 48881551271) कर रहे हैं।
दूतावास ने कहा कि यूक्रेन में ल्वीव में संपर्क कार्यालय मीरा बेरेजोव्स्का (प्लस 380679335064) और विवेक कुमार (प्लस 48881551273) द्वारा संचालित और प्रबंधित है।
इससे पहले, दूतावास ने यूक्रेन से बाहर स्थित आपातकालीन नंबर जारी किए थे।
यूक्रेन में भारत के राजदूत पार्थ सत्पथी ने कहा था कि उनके पास और दूतावास में बड़ी संख्या में कॉल आ रही हैं और हम मदद करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। यदि कोई गंभीर आपात स्थिति है, तो प्रदान की गई आपातकालीन लाइनों पर हमसे संपर्क करें।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार अब तक कि स्थिति से अवगत है और इस कठिन परिस्थिति का समाधान खोजने के लिए मिशन मोड पर काम कर रही है। यूक्रेन में भारतीय राजदूत ने गुरुवार को फंसे हुए भारतीय नागरिकों से संपर्क किया और उन्हें आगाह करते हुए कहा कि स्थिति अत्यधिक तनावपूर्ण और बहुत अनिश्चित है और निश्चित रूप से यह बहुत चिंता का कारण बन रही है।
उन्होंने सभी से शांत रहने और ध्ढ़ता के साथ स्थिति का सामना करने का अनुरोध करते हुए कहा कि हवाई क्षेत्र बंद है, रेलवे की समयसारिणी अनिश्चित है और सड़कों पर भीड़भाड़ है। उन्होंने कहा कि कीव में भारतीय दूतावास खुला हुआ है और उसका कामकाज जारी है।
सत्पथी ने कहा, मैं आपसे आग्रह करता हूं कि कृपया आप जहां भी हों, अपने परिचित स्थानों पर रहें। जो लोग पारगमन (बीच रास्ते) में हैं, कृपया अपने परिचित स्थानों पर लौट आएं।
सत्पथी ने कहा, जो लोग यहां कीव में फंसे हुए हैं, कृपया कीव में अपने दोस्तों और सहयोगियों, विश्वविद्यालयों और समुदाय के अन्य सदस्यों से संपर्क करें, ताकि आप अस्थायी रूप से वहां ठहर सकें।
(आईएएनएस)
Created On :   25 Feb 2022 10:00 PM IST