भारत और चीन के बीच आज सुबह 10.30 बजे कोर कमांडर लेवल की 12वीं मीटिंग, हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा हाइट्स से डिसएंगेजमेंट पर चर्चा की उम्मीद

India, China to hold 12th Corps Commander-level meet on Ladakh standoff tomorrow
भारत और चीन के बीच आज सुबह 10.30 बजे कोर कमांडर लेवल की 12वीं मीटिंग, हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा हाइट्स से डिसएंगेजमेंट पर चर्चा की उम्मीद
भारत और चीन के बीच आज सुबह 10.30 बजे कोर कमांडर लेवल की 12वीं मीटिंग, हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा हाइट्स से डिसएंगेजमेंट पर चर्चा की उम्मीद
हाईलाइट
  • भारत और चीन के बीच लद्दाख स्टैंड ऑफ पर कोर कमांडर लेवल की मीटिंग
  • मीटिंग LAC के चाइनीज साइड मोल्डो में होगी
  • हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा हाइट्स क्षेत्रों से डिसएंगेजमेंट पर चर्चा की उम्मीद

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत और चीन आज सुबह 10.30 बजे लद्दाख स्टैंड ऑफ पर कोर कमांडर लेवल की 12वीं मीटिंग करेंगे। बैठक लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) के चाइनीज साइड मोल्डो में होगी। भारतीय सेना के सूत्रों ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच पूर्वी लद्दाख में हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा हाइट्स क्षेत्रों से डिसएंगेजमेंट पर चर्चा करने की उम्मीद है।

भारतीय पक्ष ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह डी-एस्केलेशन के लिए तभी सहमत होगा जब यह एक साथ हो और सैनिकों की वापसी बराबर हो। भारत और चीन पिछले साल अप्रैल-मई से सैन्य गतिरोध में हैं और अभी तक डी-एस्केलेशन फॉर्मूला नहीं ढूंढ पाए हैं। हॉट स्प्रिंग्स-गोगरा हाइट्स सहित कुछ फ्रिक्शन पॉइंट्स पर अभी भी तनाव बना हुआ है। भारतीय और चीनी पक्षों ने सैन्य और राजनयिक दोनों स्तरों पर कई दौर की बातचीत की है, लेकिन पैंगोंग त्सो के उत्तरी और दक्षिणी दोनों किनारों पर दोनों पक्षों द्वारा सैनिकों की सीमित पारस्परिक वापसी को छोड़कर, कोई खास सफलता नहीं मिली है।

22 जुलाई को विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि विदेश मंत्री (EAM) एस जयशंकर ने अपने चीनी समकक्ष के साथ हाल की बैठक में सहमति व्यक्त की कि सैन्य कमांडर स्तर की वार्ता के अगले दौर को जल्द से जल्द बुलाया जाना चाहिए। एस जयशंकर ने 14 जुलाई को दुशांबे में एससीओ फॉरेन मिनिस्टर मीटिंग के मौके पर स्टेट काउंसलर और चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की थी। दोनों नेताओं ने इस मीटिंग में सैन्य कमांडर स्तर की अगले दौर की वार्त को जल्द से जल्द बुलाने पर सहमति व्यक्त की थी।

उन्होंने बताया था कि दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हैं कि भारत और चीन को शेष सभी मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए और "पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान" की तलाश करनी चाहिए। बागची ने बताया था कि दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए थे कि एलएसी पर मौजूदा स्थिति को लंबा करना किसी भी पक्ष के हित में नहीं है और यह रिश्ते को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर रहा है।

Created On :   30 July 2021 6:37 PM IST

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