मनसुख मंडाविया ने किया NFI के छठवें संस्करण का शुभारंभ, कहा- हमें दवाओं का प्रभाव और दुष्प्रभाव जानना है जरुरी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को कहा कि दवाएं अलग-अलग शरीरों में अलग तरह से व्यवहार करती हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने गुरुवार को भारत के राष्ट्रीय सूत्र (एनएफआई) के छठे संस्करण का शुभारंभ किया। एनएफआई को देश में दवाओं के तर्कसंगत उपयोग को बढ़ावा देने के लिए भारतीय फामार्कोपिया आयोग (आईपीसी) द्वारा प्रकाशित किया गया है।
मंडाविया ने विशेषज्ञों, डॉक्टरों और शोधकर्ताओं के प्रयासों को बधाई देते हुए कहा कि एनएफआई, 2021 सभी स्वास्थ्य पेशेवरों जैसे कि चिकित्सकों, फार्मासिस्टों, नर्सो, दंत चिकित्सकों आदि के लिए एक मार्गदर्शन दस्तावेज के रूप में कार्य करेगा। यह दैनिक नैदानिक प्रथाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। एनएफआई देश में दवाओं के तर्कसंगत उपयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रकाशित किया गया है और रोगियों को दवाएं निर्धारित करते समय चिकित्सकों और स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों के लिए दिशानिर्देशों के रूप में कार्य करता है।
एनएफआई 2021 के छठे संस्करण को परिशिष्टों, अध्यायों और ड्रग मोनोग्राफ को संशोधित करके जानकारी को क्रिटिकल मिस न करें और ओवरलोड न करें सिद्धांत को अपनाते हुए मसौदा तैयार किया गया है। एनएफआई राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों और आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची (एनएलईएम) के साथ जुड़ा हुआ है। इस संस्करण में 591 ड्रग मोनोग्राफ और 23 परिशिष्टों सहित कुल 34 चिकित्सीय श्रेणियों के अध्याय शामिल हैं।
संस्करण के अध्यायों में एनाल्जेसिक, एंटी-पायरेटिक्स और एंटी-इंफ्लैमेटरी ड्रग्स, एंटी-मिर्गीप्टिक्स, एंटासिड्स और एंटी-अल्सर ड्रग्स, एंटी-एलर्जी और एनाफिलेक्सिस में प्रयुक्त दवाएं, एंटी-डायरियल्स और जुलाब, एंटीडोट्स, एंटी-माइग्रेन दवाएं, चिकित्सा आपात स्थिति की मूल बातें, त्वचा संबंधी दवाएं और जहर में इस्तेमाल होने वाले पदार्थ शामिल हैं।
(आईएएनएस)
Created On :   29 Oct 2021 12:00 AM IST