लखनऊ दौरे पर गृहमंत्री, अखिलेश यादव पर बरसे, योगी के नेतृत्व में तीन सौ सीटें लाने का दावा भी किया
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तरप्रदेश विधाननसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। भारतीय जनता पार्टी अपनी गद्दी वापसी के लिए जद्दोजहद कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यूपी दौरे के बाद अब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज लखनऊ पहुंचे। जहां उन्होंने चुनावी बिगुल फूंक दिया। योगी सरकार पर निशाना साधने वालों को आड़े हाथों लिया तो बीजेपी के विकास की प्लानिंग को भी साझा किया।
शाह बखूबी समझते हैं यूपी सियासत
शाह की अगुवाई में ही बीजेपी यूपी जैसे बड़े राज्य में अपने खोए जनाधार को वापस लाने में सफल रही थी। 2014 लोकसभा चुनाव में प्रभारी रहते शाह ने बीजेपी को जीत दिलाने में सफल रहे थे। वहीं 2017 के विधानसभा चुनाव में बतौर पार्टी अध्यक्ष उन्होंने सत्ता का सूखा खत्म करवाया था। 2017 के चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाला गठबंधन 325 सीटें जीतने में सफल रहा था।अमित शाह दो दिवसीय लखनऊ दौरे से चुनावी नब्ज तो टटोल ही रहे हैं। और रणनीतियों और तैयारियों के मंथन के साथ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कुछ चुनावी टिप्स भी देंगे।
जाटवों पर बीजेपी का फोकस
बीजेपी का फोकस दलित वोटरों पर ज्यादा है, यही वजह है कि मंगलवार को जाटव दलितों की बैठक के बाद बीजेपी बुधवार को एक और प्रभावशाली जाति समूह सोनकर के साथ बैठक कर रही है। जाटव बैठक में, भाजपा ने प्रभावशाली दलित उप-जाति के नेताओं को प्रमुखता से प्रदर्शित किया है। जिसमें एक जाटव दलित महिला बेबी रानी मौर्य को प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया ।
शाह का मेगा अभियान
इस दौरान गृहमंत्री शाह बीजेपी के मेगा सदस्यता अभियान की भी शुरुआत की। साथ ही शाह पार्टी नेताओं के साथ आगे की रणनीति भी तैयार करेंगे। बीजेपी दावा कर रही है कि 2022 में भी 2017 जैसा प्रदर्शन दोहराएंगे। पार्टी ने इसके लिए पूरी तरह से कमर भी कस ली है। पार्टी के वरिष्ठ नेता लगातार प्रदेश को मथने और चुनावी धार पैनी करने में लगे हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद अब गृहमंत्री शाह का यह दो दिवसीय दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
बीजेपी विस्तार पर जोर
अमित शाह का फोकस सामाजिक समरसता के साथ ज्यादा से ज्यादा पिछड़ों और दलितों को पार्टी से जोड़ने पर रहेगा। उत्तर प्रदेश में बीजेपी के दो करोड़ 30 लाख कार्यकर्ता हैं। पार्टी की कोशिश है यूपी में बीजेपी सदस्यों की संख्या को चार करोड़ तक पहुंचाया जाए। सभी पदाधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी दी जाएगी कि वे ज्यादा से ज्यादा पिछड़ी और अनुसूचित जाति के लोगों को पार्टी के साथ जोड़ें और सक्रिय सदस्य बनाएं।
अखिलेश पर बरसे
चुनावी हुंकार भरते ही दौरे के पहले दिन केंद्रीय गृह मंत्री ने विपक्षी दलों को आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया। चुनाव से पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव पूरी जोरशोर से सक्रिय हो चुके हैं। उन्हें ललकारते हुए शाह ने कहा कि जब सैलाना से पलायन हो रहा था तब वे कहां थे। शाह ने ये सवाल भी किया कि बीते पांच साल में अखिलेश कितने दिन विदेश में रहे।
बीजेपी की जीत का रोडमैप
शाह ने ये साफ कर दिया कि सत्ता में वापसी के बाद बीजेपी यूपी में कई नई योजनाए शुरू करेगी। बीजेपी की जीत का रोडमैप बनाने की जिम्मेदारी खुद अमित शाह ने संभाली है। पार्टी का सदस्यता अभियान और ये रैलियां उसी का हिस्सा है। हालांकि ये बड़ी चुनौती है, पर शाह ने दावा किया है कि योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में बीजेपी इस बार भी 3 सौ सीटें जीतेगी।
Created On :   29 Oct 2021 10:32 AM IST