महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन पर आज संसद में रिपोर्ट पेश करेंगे अमित शाह
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है। आज(बुधवार) गृहमंत्री अमित शाह राज्यसभा में महाराष्ट्र में लागू राष्ट्रपति शासन की रिपोर्ट पेश करेंगे। महाराष्ट्र में किसी भी दल द्वारा बहुमज साबित ना करने के बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राष्ट्रपति शासन की सिफारिश की थी। जिसके बाद रामनाथ कोविंद की मंजूरी से राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया।
पवार को समझने 100 जन्म लेना होगा- राउत
शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार क्या कहते हैं, इसे समझने के लिए 100 बार जन्म लेना पड़ेगा। शिवसेना सांसद सोमवार को उनके आवास पर हुई मीडिया ब्रीफिंग के दौरान पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। इस दौरान एक पत्रकार ने उनसे शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा द्वारा महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर पवार के लगभग यू-टर्न लेने पर सवाल पूछा, जिसके जवाब में उन्होंने यह प्रतिक्रिया दी। राउत ने कहा, आपको पवार और हमारे गठबंधन को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है। बहुत जल्द, दिसंबर की शुरुआत में, एक शिवसेना नीत गठबंधन सरकार महाराष्ट्र में सत्ता में होगी। यह एक स्थिर सरकार होगी। उन्होंने कहा कि सरकार गठन को लेकर सेना को कोई संदेह नहीं है, लेकिन मीडिया इस पर संदेह पैदा कर रहा है।
कांग्रेस में मंथन जारी
महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर बैठकों का दौर जारी है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जारी गतिरोध के बीच मंगलवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं अहमद पटेल, ए.के. एंटनी और मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ बैठक की। गौरतलब है कि इससे एक दिन पहले सोमवार को सोनिया गांधी और राकांपा प्रमुख शरद पवार की बहुप्रतीक्षित मुलाकात हुई थी, लेकिन इसमें सरकार बनाने को लेकर कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया था।
बीजेपी का समर्थन करें कांग्रेस
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल (सेकुलर) के अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी चाहते हैं कि कांग्रेस महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए शिवसेना के बदले भाजपा को समर्थन दे। कुमारस्वामी के अनुसार शिवसेना एक कट्टर हिदुत्व वाली पार्टी है। कुमारस्वामी के मीडिया सलाहकार चंदन धोरे ने उनके (कुमारस्वामी) के हवाले से कहा, कांग्रेस महाराष्ट्र में अगली सरकार के गठन में कट्टर हिंदुत्वावादी शिवसेना के बदले अपेक्षाकृत एक नरम हिंदुत्ववादी भाजपा को समर्थन दे तो बेहतर होगा, क्योंकि दोनों दक्षिणपंथी पार्टियां सिक्के के दो पहलू हैं।
Created On :   20 Nov 2019 7:43 AM IST