इस्लाम के नाम पर वोट : आरोपों पर गुलाम नबी की चुनौती- तुम सबूत दो मैं इस्तीफा दे दूंगा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कर्नाटक चुनावों में इस्लाम के नाम पर वोट मांगने की बात को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने इन बातों को बीजेपी की चुनावी साजिश करार दिया है। गुलाम नबी ने कहा है कि उन्होंने कर्नाटक में जो चुनावी रैली की है वह केवल मुसलमानों के लिए नहीं थी, वह सभी के लिए थी और इस रैली में उन्होंने धर्म के नाम पर वोट नहीं मांगा। उन्होंने आरोप लगाने वाले और चुनाव आयोग से इस सम्बंध में शिकायत करने वाले नेताओं को भी चुनौती दी है। गुलाम नबी ने कहा है, कोई भी अगर मेरे द्वारा इस्लाम के नाम पर वोट मांगने का ऑडियो-वीडियो पेश करता है तो मैं अपनी संसद सदस्यता और सदन में विपक्ष के नेता पद से इस्तीफा दे दूंगा।
I didn"t hold any public meeting especially for Muslims, it was just a public meeting. I challenge, if anyone meeting EC officials has video or audio of mine saying "vote in name of Islam", then I"ll resign as Parliament member leader of opposition: GN Azad #KarnatakaElections pic.twitter.com/z0mWMhYyJ0
— ANI (@ANI) May 3, 2018
गौरतलब है कि बीजेपी नेताओं ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी कि गुलाम नबी आजाद ने कर्नाटक में चुनावी रैली के दौरान धर्म के नाम पर वोट मांगा था। आजाद पर आरोप लगाए गए कि उन्होंने कलबुर्गी में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि मुसलमानों को एकजुट होकर कांग्रेस के पक्ष में मतदान करना चाहिए। बीजेपी नेताओं का कहना था कि राज्यसभा सदस्य का यह बयान चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के दायरे में है और इस पर चुनाव आयोग को एक्शन लेना चाहिए।
इन आरोपों पर गुलाम नबी ने कहा कि चुनाव आयोग में बीजेपी नेताओं ने उनके खिलाफ झूठी शिकायत की है। उन्होंने कहा, "मैं पिछले 40 सालों से चुनावी रैलीयां कर रहा हूं और भाषण दे रहा हूं लेकिन आजतक कभी धर्म के नाम पर मैंने वोट नहीं मांगा। मैंने कर्नाटक की चुनावी रैलियों में भी नफरत की बजाय प्यार का संदेश दिया। बीजेपी बस अफवाहों के सहारे हिंदू वोटरों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है।"
Created On :   3 May 2018 2:04 PM GMT