संसद में कोरोना तांडव से सरकार हुई अलर्ट, नए दिशा-निर्देशो के साथ इन नियमों का पालन जरूरी
- देश में कोरोना विस्फोट से मचा हड़कंप
- संसद में कोरोना ने बरपाया कहर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिसको लेकर सरकार अलर्ट है। बता दें कि बीते शनिवार को संसद भवन के 400 से ज्यादा कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। गौरतलब है कि ये कर्मचारी 6 और 7 जनवरी को संसद भवन में कार्य कर रहे थे, इन सभी में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। हालांकि इसके बाद संसद भवन में कोरोना विस्फोट को देखते हुए राज्यसभा के सभापति वैंकेया नायडू ने रविवार को नए दिशा- निर्देश जारी किए हैं।
दोनो सदनों के इतने कर्मचारी हुए कोरोना संक्रमित
बता दें कि केंद्रीय बजट पेश होने से कुछ ही हफ्तों पहले संसद में काम करने वाले 402 कर्मचारियों में शनिवार के रोज कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। खबरों के मुताबिक 65 कर्मचारी राज्यसभा के व 200 लोकसभा के तथा 133 संबद्ध सेवाओं से कोरोना संक्रमित पाए गए थे। राज्यसभा के एक अधिकारी के मुताबिक रविवार को समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि 4-8 जनवरी तक लगभग 402 कर्मचारियों में कोविड -19 की पुष्टि हुई है। फिलहाल सभी नमूनों के जीनोम अनुक्रमण ओमिक्रॉन वैरिएंट की जांच के लिए भेज दिए गए हैं।
उपराष्ट्रपति ने की समीक्षा
आपको बता दें कि राज्यसभा के सभापति वैंकेया नायडू ने कोरोना को लेकर महासचिव पीसी मोदी और सलाहकार पीपीके रामार्युलु के साथ स्थिति की समीक्षा की। नायडू ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि बजट सत्र से पहले ही सचिवालय के अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच वायरस के फैलने को रोकने लिए आवश्यक उपाय किए जाएं।
आगे ये भी कहा गया कि अवर सचिव व कार्यकारी अधिकारी के पद से नीचे के 50 प्रतिशत अधिकारियों और कर्मचारियों को जनवरी के अंत तक वर्क फ्रॉम होम करना होगा। नायडू ने यह भी निर्देश दिए कि सभी 1,300 अधिकारियों और कर्मचारियों की कोरोना जांच कराई जाएगी। अगर कोई कर्मचारी संक्रमित निकलता है तो उस पर कड़ी नजर रखी जाएगी। अगर उपचार की जरूरत महसूस होगी तो उसकी सहायता की जाएगी। उपराष्ट्रपति ने कहा कि वो खुद साप्ताहिक आधार पर स्थिति की समीक्षा करेंगे।
Created On :   9 Jan 2022 12:56 PM GMT