गोरखपुर के डॉक्टर काफील खान केरल में निपाह वायरस पीड़ितों का करेंगे इलाज
डिजिटल डेस्क, गोरखपुर। यहां के बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में साल 2017 के अगस्त में आक्सीजन की कमी से हुए बच्चों की मौत के मामले में जेल में बंद और फिलहाल हाईकोर्ट से जमानत पर रिहा हुए डॉक्टर काफील खान ने केरल में निपाह वायरस से पीड़ित लोगों के इलाज करने की इच्छा जताई है। काफील का कहना है कि वह केरल में निपाह वायरस से पीड़ित लोगों की मदद करने वहां जाना चाहते हैं। राज्य में निपाह वायरस से अब तक 10 लोगों की जान जा चुकी है।
अप्रैल में हाईकोर्ट के आदेश पर जेल से रिहा हुए काफील खान उस शाम जब अपने घर पहुंचे तो अपनी पत्नी और बेटी को गले लगाते हुए कहा, "नहीं मालूम मेरा कसूर क्या है"। काफील सात महीने से ज्यादा समय तक जेल में बंद रहे। अगस्त 2017 में बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से एक सप्ताह के भीतर 60 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई थी। मौत का कारण समय पर ऑक्सीजन का न मिलना और उसकी सप्लाई ठप होना बताया गया था। इस मामले में डॉक्टर काफील को पुलिस ने गिरफ्तार किया और उन्हें कोर्ट से सजा हो गई। बाद में सरकार की ओर से एक कमिटी का गठन किया गया जिसमें डॉक्टर काफील खान को दोषी माना गया। काफील के साथ बीआरडी हॉस्पिटल के पूर्व नोडल ऑफिसर और नौ अन्य को भी दोषी ठहराया गया। फिलहाल बेल पर बाहर आए काफील केरल में वायरस से पीड़ित लोगों का इलाज करना चाहते हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक केरल में इस वायरस से 12 पीड़ितों की पहचान कर ली गई है। जिनमें से दो हॉस्पिटल में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। इस वायरस से एक नर्स की भी जान चुकी है। जिसके बारे में काफील ने कहा कि वह नर्स की मौत को लेकर काफी दुखी हैं। ट्वीट करते हुए काफील ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को जोड़ते हुए लिखा कि उनकी इच्छा है कि वह केरल में जाकर वायरस से प्रभावित एरिया में पीड़ितों के लिए काम करें।
डॉक्टर काफील ने लिखा, "मैं केरल में वायरस से प्रभावित क्षेत्रों में जाना चाहता हूं और लोगों का इलाज करना चाहता हूं।" इस पर सीएमओ ऑफिस के ट्विटर हैंडल से जवाब में लिखा गया है कि, "बहुत सारे डॉक्टर केरल में अपनी जान की परवाह किए बगैर निपाह वायरस से पीड़ित लोगों की मदद करना चाहते हैं, डॉक्टर काफील भी उन्हीं में से एक हैं।"
काफील ने कहा कि वह केरल से लौटने के बाद बीआरडी में वापस काम करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि, वह बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को इस बारे में लिखित में भी दे चुके हैं और प्रिंसिपल सेक्रेटरी से भी मुलाकात कर चुके हैं। डॉक्टर काफील खान ने कहा कि वह चाहते हैं कि अब उनका निलंबन रद्द किया जाए। काफील ने कहा, "डरूंगा नहीं लडूंगा, गोरखपुर में मेरा घर है और मैं यहां बीआरडी मेडिकल कॉलेज में एक बार फिर से काम करना चाहता हूं। उन्होंने यह भी कहा कि केरल से लौटने के बाद अगर उनका निलंबन रद्द नहीं किया जाता है तो वह गोरखपुर में खुद का एक इन्सेफेलाइटिस लैब खोलेंगे।
Created On :   22 May 2018 11:55 PM IST