हैदराबाद दिशा दुष्कर्म कांड में हुआ एनकाउंटर फर्जी: आयोग, सुको ने दोषी पुलिस वालो के खिलाफ कार्रवाई करने के दिए निर्देश
- दोषियों पर कार्रवाई करने के निर्देश
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। करीब तीन साल पहले दिशा दुष्कर्म कांड में हुए एनकाउंटर को गठित जांच आयोग ने अपनी रिपोर्ट में फर्जी बताया। आपको बता दें हैदराबाद की एक वेटनरी डॉक्टर की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी थी, इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को एनकाउंटर कर मौत के घाट उतार दिया था, पुलिस की इस गोलीबारी की कार्रवाई ने देशभर में वाहवाही की खूब सुर्खियां बंटोरी थी।
हालांकि आलोचना के बाद पुलिस मुठभेड़ की जांच के लिए सिरपुरकर जांच कमीशन का गठन किया गया। आयोग ने काफी छानबीन और पूछताछ के बाद तैयार की गई रिपोर्ट को आज शीर्ष अदालत में पेश कर दिया है। आयोग ने अपनी रिपोर्ट में पुलिस एनकाउंटर को फर्जी बताया है। जिसके आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने तेलंगाना हाईकोर्ट को रिपोर्ट भेजते हुए दोषियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।
नवंबर 2019 में तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में 27 साल की एक वेटनरी डॉक्टर के साथ कुछ बदमाशों ने सामूहिक दुष्कर्म किया, फिर उसकी हत्या कर दी थी। काफी खोजबीन के बाद पुलिस को मृत शरीर अधजली अवस्था में एक ब्रिज के नीचे मिला था। पुलिस की इस केस में काफी आलोचना हुई उसके बाद पुलिस ने चार आरोपियों को हिरासत में लिया था। चार आरोपी मोहम्मद आरिफ, चिंताकुंटा चेन्नाकेशवुलु, जोलू शिवा और जोलू नवीन को पुलिस ने पहले गिरफ्तार किया बाद में चारों आरोपियों को क्राइम सीन रीकंस्ट्रक्ट करने के दौरान पुलिस ने चारों आरोपियों को जवाबी कार्रवाई में मौत के घाट उतार दिया था। पुलिस के मुताबिक रीकंस्ट्रक्ट करते समय आरोपी पुलिस से हथियार छींनकर भागकर पुलिस पर फायरिंग कर रहे थे। जैसा पुलिस ने उस दौरान बताया था।
सीजेआई की अध्यक्षता में सुनवाई कर रही बैंच का मानना है कि आयोग ने किसी को दोषी माना है। रिपोर्ट एनकाउंटर से संबंधित होने के कारण इसे छिपाने की जरूरत नहीं है। एनकाउंटर की जांच रिपोर्ट को पक्षकारों के साथ साझा करने का भी सुको ने निर्देश दिया है।
Created On :   20 May 2022 5:09 PM IST