गुजरात में 10 दिनों के अंदर 11 शेरों की मौत, राज्य सरकार ने दिए जांच के आदेश
- 8 शेरों की मौत बीमारी से और शेष 3 शेरों की मौत आपसी लड़ाई में हुई
- गुजरात के गिर के जंगलों में 10 दिन में मिले 11 शेरों के शव
- शेरों की मौत पर राज्य सरकार ने दिए जांच के आदेश
डिजिटल डेस्क, गांधीनगर। गुजरात के गिर वन में 10 दिनों में 11 शेरों की मौत के बाद राज्य सरकार ने मामले की जांच के आदेश दिए है। जानकारी के मुताबिक दालखनिया रेंज में 11 शेरों के शव बरामद किए गए है। जिनमें 8 शेरों की मौत बीमारी की वजह से हुई है, जबकि तीन शेरों की मौत के पीछे आपसी लड़ाई वजह बताई गई है।इनमें एक शेर और एक शेरनी की मौत ट्रीटमेंट के दौरान हुई है।
वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक कुछ दिन पहले दो शेरनियों और एक शेर का शव सड़ी हुई अवस्था में गिर के जंंगलों से बरामद किया गया था। पूर्वी गिर क्षेत्र के उप वन्य संरक्षक पी. पुरुषोत्तम ने कहा, "हमने मृत शेरों की आंतों के सैंपल्स को जूनागढ़ पशु चिकित्सालय में भेज दिया है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।" रिपोर्ट के आने के बाद ही इस बात की अधिकारिक पुष्टि की जा सकेगी कि शेरों की मौते के पीछे कौन जिम्मेदार है। राजुला तालुका में एक शेरनी के शव मिलने के बाद मौतों के खबर को खुलासा हुआ है। वन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. राजीव कुमार गुप्ता का कहना है कि राज्य सरकार ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं।
अधिकारी शेरों की मौत के पीछे बीमारी को वजह बता रहे है, लेकिन शेरों की मौत को लेकर समाने आई प्राथमिक जांच रिपोर्ट में सामने आया है कि ज्यादातर शेरों की मौत आपस में लड़ाई और उसके बाद लगी गंभीर चोट के कारण हुई है। अधिकारियों का कहना है कि इन लड़ाई में शेरनी और छोटे शावकों की मौत हुई है। गिर में पिछले तीन चार साल में शेरों की मौत के मामले में यही ट्रेंड सामने आया है। हालांकि उन्होंने किसी और अनहोनी की बात को नकारा है। 2015 के आंकड़ों के अनुसार, गिर में 520 शेर और शेरनी हैं।
Created On :   21 Sept 2018 3:39 PM IST