‘अपाचे हेलिकॉप्टर’ IAF में शामिल, एक साथ कर सकता है 128 टारगेट्स पर अटैक

‘अपाचे हेलिकॉप्टर’ IAF में शामिल, एक साथ कर सकता है 128 टारगेट्स पर अटैक
हाईलाइट
  • पठानकोट एयरबेस पर एयर चीफ मार्शल बी.एस धनोआ ने हेलिकॉप्टर को वायुसेना में शामिल कराया
  • भारतीय वायुसेना की ताकत में हुआ इजाफा
  • भारतीय वायुसेना में आज शामिल हुए आठ अपाचे हेलिकॉप्टर

डिजिटल डेस्क, दिल्ली। इंडियन एयरफोर्स की ताकत आज (मंगलवार) पहले से ज्यादा बढ़ने जा रही है। अब वायुसेना के बेड़े में अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी बोइंग द्वारा बनाए गए आठ लड़ाकू अपाचे हेलीकॉप्टर शामिल होंगे। ये हेलिकॉप्टर सुबह 9.30 बजे पंजाब के पठानकोट एयरबेस पर उतारे गए हैं। इंडियन एयरफोर्स के एयर चीफ मार्शल बी.एस धनोआ थोड़ी देर बाद इन हेलिकॉप्टर को वायुसेना के बेड़े में शामिल कराएंगे। बता दें कि ये वही पठानकोट एयरबेस है जहां पर 2016 में पाकिस्तान से आए आतंकियों ने हमला किया था।

 

 

पूजा से पहले हेलिकॉप्टर को वाटर कैनन से सलामी दी गई

 

 

 

पठानकोट एयरबेस पर पुरोहित द्वारा लड़ाकू हेलिकॉप्टर की पूजा कराई गई

15 देशों की सेना के पास है अपाचे
भारत अपाचे इस्तेमाल करने वाला दुनिया का 15 वां देश बन गया है। अमेरिकी सेना भी इसका इस्तेमाल करती है। दुनिया का सबसे बड़ा आतंकवादी ओसामा बिन लादेन इसी अपाचे का सबसे बड़ा शिकार बना था।अमेरिका ने अपाचे को बनाया और अफगानिस्तान से लेकर इराक तक दुशमनों को ढेर कर दिया था। भारत के अलावा अमेरिका, मिस्र, ग्रीस, इंडोनेशिया, इजरायल, जापान, क़ुवैत, नीदरलैंड्स, क़तर, सऊदी अरब, दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन, यूएई और सिंगापुर सहित कुल 15 देश ही ‘अपाचे हेलिकॉप्टर’ का इस्तेमाल करते हैं।

 

 

बता दें कि अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी बोइंग ने जुलाई महीने में इंडियन एयरफोर्स को 22 अपाचे अटैक हेलीकाप्टरों में से पहले चार को सौंप दिया था। जबकि जुलाई महीने के दूसरे तीसरे सप्ताह में चार हेलिकॉप्टरों का एक और बैच पहुंचाया गया था। बोइंग ने कहा था कि अपाचे का पहला बैच भारत के हिंडन एयरबेस पर आने के बाद आठ हेलीकाप्टर पठानकोट वायुसेना स्टेशन भेजे जाएंगे जिससे कि उन्हें सितम्बर में वायुसेना में औपचारिक रूप से शामिल किया जा सके।बोइंग ने कहा था शेड्यूल से पहले अपाचे की डिलिवरी, बोइंग की प्रतिबद्धता को प्रमाणित करता है। उन्होंने कहा, 2020 तक, भारतीय वायुसेना 22 अपाचे का बेड़ा ऑपरेट करेगी। बता दें कि भारत ने अमेरिका के साथ AH-64E अपाचे हेलीकॉप्टरों की डील करीब चार साल पहले साइन की थी।

गौरतलब है कि भारत को इस वक्त दो तरफ से मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, एक तरफ पाकिस्तान लगातार कश्मीर को लेकर भारत को धमकी दे रहा है तो दूसरी ओर उसका चीन भी साथ दे रहा है। अब भारत इन्हीं मोर्चों के लिए हर तरह से तैयार हो रहा है, ताकि समय आने पर दुश्मन के दांत खट्टे कर सकें। 

64E अपाचे हेलीकॉप्टरों की ये है खसियत 

  •  ये हेलीकॉप्टर 60 फुट ऊंचे और 50 फुट चौड़े हैं। 
  • अपाचे हेलिकॉप्टर को उड़ाने के लिए 2 पायलट होने जरूरी हैं
  • अपाचे हेलिकॉप्टर के बड़े विंग को चलाने के लिए 2 इंजन होते हैं।
  • अपाचे हेलिकॉप्टर की रफ्तार अन्य हेलीकॉप्टर की तुलना में  पांच गुना ज्यादा है। 
  • 2 सीटर इस हेलिकॉप्टर में हेलिफायर और स्ट्रिंगर मिसाइलें लगी हुई हैं।
  • अपाचे हेलिकॉप्टर में एक सेंसर भी लगा है।
  • ये हेलिकॉप्टर रात में भी ऑपरेशन को अंजाम दे सकता है।
  • 365 KM. घंटे की रफ्तार से उड़ान भरने वाले इस हेलिकॉप्टर में 30 ML की दो गन लगी हुई हैं।
  • इस हेलिकॉप्टर की अधिकतम स्पीड 280 किलोमीटर प्रति घंटा है।
  • अपाचे हेलिकॉप्टर का डिजाइन ऐसा है कि इसे रडार पर पकड़ना मुश्किल होता है।
  • अमेरिका निर्मित ये अपाचे हेलिकॉप्टर AH-64E दुनिया का सबसे एडवांस मल्टी रोल कॉम्बेट हेलिकॉप्टर है।

 

Created On :   3 Sept 2019 7:57 AM IST

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