केंद्र और केरल की सीएजी पर अलग अलग बयान, किसी ने गुलदस्ता तो किसी ने बताया ईंट-पत्थर
- पीएम की CAG प्रशंसा सीएम के हमले
डिजिटल डेस्क, तिरुवनंतपुरम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को दिल्ली में पहले ऑडिट दिवस के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की प्रशंसा की जबकि केरल के मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन ने एक अप्रत्यक्ष संदर्भ में सीएजी पर हमला किया।
केरल में इस साल की शुरुआत में राज्य के पूर्व वित्तमंत्री, अर्थशास्त्री थॉमस इसाक को संवैधानिक निकाय सीएजी का मुखिया बनाया गया तब से यह पद वही संभाल रहे थे। इसी बीच पिनारायी विजयन सरकार ने सीएजी की रिपोर्ट के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया (जिसमें केआईआईएफबी के माध्यम से ऑफ-बजट उधार को असंवैधानिक करार दिया गया था)। इस प्रस्ताव का कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष ने विरोध किया।
विजयन सरकार और सीएजी के बीच मतभेद और वाकयुद्ध तब से शुरू हुआ जब इस्सैक के ड्रीम प्रोजेक्ट केआईआईएफबी (केरल इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट फंड बोर्ड) में दोष पाया गया। केआईआईएफबी को साल 1999 में सरकार की प्रमुख फंडिंग शाखा के रूप में स्थापित किया गया था। इसका उद्देश्य केरल में महत्वपूर्ण और बड़ी सार्वजनिक बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए धन का उपयोग करना है।
मंगलवार को राज्यपाल के आधिकारिक आवास पर एक आधिकारिक समारोह में हिस्सा लेते हुए विजयन ने केआईआईएफबी का नाम लिए बिना इस पर अपना गुस्सा निकाला। विजयन ने कहा दुखवादी मानसिकता वाला एक वर्ग केरल की आगे की प्रगति को बाधित करने की कोशिश कर रहा है। हमने जो शुरू किया है। वह आगे बढ़ेगा और कोई भी कभी भी इसे खराब करने की कोशिश नहीं कर सकता। कुछ इस बात पर अड़े हैं कि केरल को किसी भी परिस्थिति में आगे नहीं बढ़ना चाहिए। सुनने वाले सभी लोग समझ गए कि विजयन का इशारा सीएजी की तरफ था।
केरल के वित्तमंत्री के.एन. बालगोपाल ने भी मंगलवार को कहा कि विपक्ष के नेता वी.डी. सतीसन ने दूसरे दिन सीएजी की एक विशेष ऑडिट रिपोर्ट के बारे में अफवाहों के आधार पर राज्य सरकार पर हमला किया। बालगोपाल ने कहा जाहिर तौर पर ऐसी कोई रिपोर्ट कभी नहीं आई है और जब यह आएगी तो इसे उसी तरह से लिया जाएगा जैसे इस तरह की रिपोर्ट को लिया जाता है।
(आईएएनएस)
Created On :   16 Nov 2021 1:30 PM GMT