पूर्वोत्तर में भक्तों ने देवी दुर्गा को विदा किया
- अंतिम दर्शन
डिजिटल डेस्क, अगरतला। पूर्वोत्तर राज्यों खासकर असम, त्रिपुरा, मणिपुर और मेघालय में धूमधाम से मनाया जाने वाला दुर्गा पूजा उत्सव बुधवार को विजयादशमी के अवसर पर मूर्तियों के विसर्जन के साथ समाप्त हो गया।
पांच दिवसीय उत्सव का बुधवार को समापन होने पर भक्तों, पुरुषों, महिलाओं और बच्चों ने भारी मन से देवी दुर्गा को विदा किया।
असम में ब्रह्मपुत्र और अन्य प्रमुख नदियों में मूर्तियों के विसर्जन से पहले, विभिन्न शहरों में रंगारंग विसर्जन जुलूस निकाले गए। मूर्तियों के अंतिम दर्शन के लिए सड़कों के दोनों ओर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा, जबकि हजारों लोग विसर्जन घाटों पर जमा हुए।
पुलिस, आपदा प्रबंधन अधिकारियों और शहरी स्थानीय निकायों के अधिकारियों ने किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए विसर्जन की पूरी व्यवस्था की है। हालांकि असम, त्रिपुरा और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में बुधवार को अधिकांश मूर्तियों का विसर्जन किया गया, लेकिन अगले दो दिनों में कुछ मूर्तियों के विसर्जित किए जाने की संभावना है।
सिंदूर खेला के हिस्से के रूप में, विवाहित महिलाओं ने देवी पर सिंदूर लगाया और एक-दूसरे के चेहरे पर सिंदूर लगाकर उन्हें मिठाई खिलाई। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा अपनी पत्नी रिंकी भुइयां शर्मा के साथ गुवाहाटी के पांडु घाट पर दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के साक्षी बने।
आईएएनएस
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Created On :   6 Oct 2022 12:00 AM IST