देश के 10 राज्यों में मिला कोरोना का खतरनाक डेल्टा प्लस वेरिएंट, 174 जिलों तक फैला
- 10 राज्यों में फैला डेल्टा प्लस वेरिएंट
- डेल्टा वेरिएंट से लड़ सकती है कोविशील्ड-कोवैक्सीन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश के 174 जिलों में कोरोनावायरस का तेजी से फैलने वाला डेल्टा प्लस वेरिएंट पाया गया है। देश के 10 राज्यों में डेल्टा वेरिएंट के 48 सैंपल लिए गए हैं। केन्द्र सरकार का कहना है कि अप्रैल-मई के बीच कोरोना की दूसरी लहर में डेल्टा वेरिएंट का अहम योगदान था। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक मार्च तक ये देश के 52 जिलों में था। लेकिन, अब 174 जिलों में फैल गया है।
ICMR महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने चेतावनी दी कि भारत में कोविड की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है। अब भी 75 जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण की दर 10 फीसदी से अधिक तथा 92 जिलों में 5-10 फीसदी के बीच है। वहीं, 565 जिले में संक्रमण दर 5 प्रतिशत से कम है। डॉ बलराम ने कहा, ये जिले महत्वपूर्ण हैं। हम कोरोना की तीसरी लहर को रोक सकते हैं। बशर्ते है लोगों को कोरोना प्रॉटोकॉल का ठीक से पालन करना होगा। हमें संक्रमितों की पहचान कर उन्हें भीड़ से अलग करना ही होगा।
डॉ बलराम भार्गव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि दोनों टीके कोविशील्ड और कोवैक्सीन SARS-CoV-2 के अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ काम करते हैं। डेल्टा प्लस वेरिएंट पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह वेरिएंट 12 देशों में मौजूद है। भारत में 10 राज्यों में डेल्टा प्लस वेरिएंट के 48 मामले आए हैं। डॉ बलराम भार्गव ने कहा कि डेल्टा प्लस वेरिएंट को भी ICMR-NIV में आइसोलेटेड और कल्चरड किया गया है तथा डेल्टा प्लस पर टीके के प्रभाव की जांच के लिए लैब परीक्षण चालू हैं. हमें ये नतीजे सात से 10 दिन में मिल जाने चाहिए कि वैक्सीन डेल्टा प्लस वेरिएंट के खिलाफ काम कर रही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोरोना वायरस बीमारी के चार वेरिएंट- अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा- चिंता वाले वेरिएंट हैं। डेल्टा प्लस वेरिएंट, डेल्टा वेरिएंट से ही जुड़ा है, यह भी वेरिएंट ऑफ कंर्सन है। नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) के निदेशक डॉ सुजीत कुमार सिंह ने कहा कि 10 राज्यों में डेल्टा प्लस के 48 मामलों में से महाराष्ट्र में 20, उसके बाद तमिलनाडु (9) और मध्य प्रदेश (7) हैं। डॉ सुजीत के मुताबिक अभी यह कहना मुश्किल है कि डेल्टा प्लस वेरिएंट डेल्टा से ज्यादा खतरनाक है।
एम्स के चीफ डॉ. रणदीप गुलेरिया का कहना है कि कोरोना के ज्यादा एग्रेसिव डेल्टा और डेल्टा प्लस जैसे वैरिएंट के खिलाफ लड़ने के लिए वैक्सीनों की मिक्सिंग एक ऑप्शन हो सकती है। ये निश्चित तौर पर एक रास्ता हो सकता है, लेकिन इस पर किसी फैसले से पहले हमें और डेटा की जरूरत होगी।
Created On :   26 Jun 2021 2:16 PM IST