एक लाख की गाड़ी के लिए नीलामी में बिका एक करोड़ का वीवीआईपी नंबर, कार्रवाई से सीएम सुक्खू भी हैरान! रिपोर्ट में होगा बड़ा खुलासा?
- बोली की मूल कीमत 1 हजार रूपये तय की गई
डिजिटल डेस्क, शिमला। वाहन में स्पेशल नंबर प्लेट के क्रेज के चलते हजारों-लाखों रूपये देने की खबर तो आपने कई बार सुनी होंगी। ऐसा ही एक मामला पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश से सामने आया है जहां नीलामी के दौरान स्कूटी के वीवीआईपी नंबर के लिए 1 करोड़ रूपये से ज्यादा रूपयों की बोली लगाई गई है। करीब एक लाख रूपये की स्कूटी का स्पेशल नंबर इतने ज्यादा रूपये की बोली लगाने की बात सोशल मीडिया और इंटरनेट पर सुर्खियां बटोर रही है। यहां तक कि प्रदेश के सीएम सुखविंदर सुक्खू भी इस बात को सुनकर हैरान हुए हैं। उन्होंने अधिकारियों से पूरी नीलामी प्रक्रिया पर जानकारी मांगी है। खबरों के मुताबिक सीएम ने एसडीएम चेतना खंडेलवाल और ट्रांसपोर्ट डायरेक्टर अनुपम कश्यप से इस विषय में जानकारी मांगी है।
क्या है वो स्पेशल नंबर
यह मामला हिमाचल की राजधानी शिमला का है जहां के कोटखाई में दोपहिया वाहनों के लिए स्पेशल नंबर प्लेट के लिए परिवहन विभाग की ओर से ई-नीलामी कराई जा रही है। वीआईपी नंबर HP99-9999 नंबर के लिए विभाग की ओर से ऑनलाइन बिड मंगाई गई थी। विभाग ने इसका बेस प्राइज 1 हजार रूपये तय किया था। इसके लिए कुल 26 लोगों ने बोली लगाई थी। परिवहन विभाग के मुताबिक इस नंबर के लिए सबसे अधिक 1 करोड़ 12 लाख रूपये की बोली लगाई गई। जो किसीभी वीआईपी नंबर के लिए अब तक की सबसे बड़ी बोली है। बता दें कि यह हिमाचल के कोटखाई सब डिवीजन का आरटीओ नंबर है।
विभाग ने 16 फरवरी को जानकारी दी थी कि बोली की मूल कीमत 1 हजार रूपये तय की गई है। इस नीलामी प्रक्रिया में कुल 26 लोगों ने भाग लिया है। आज इस बोली का अंतिम दिन था। 18 फरवरी को प्रक्रिया पूरी घोषित कर दी जाएगी और सबसे ज्यादा बोली लगाने वाले शख्स के नाम पर वह नंबर रिजर्व कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि HP99-9999 नंबर के अलावा ओर भी कई वीआईपी नंबरों की नीलामी की गई थी। इन नंबरों की बोली भी लाखों रूपयों तक पहुंच गई है।
वायरल हुई बोली
स्कूटी के इस स्पेशल नंबर के लिए लगाई गई बोली का स्क्रीनशॉट किसी व्यक्ति ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर डाल दिया, जिसके बाद यह तेजी से वायरल हो रहा है। यूजर्स इस पर ढेर सारे कमेंट्स कर रहे हैं। एक यूजर ने कहा, 'लगता है इस बार हिमाचल में सेब का सीजन अच्छा गया है?' एक अन्य यूजर ने हैरानी जताते हुए कहा, 'अगर बोली लगाने वाले ने बाद में नंबर खरीदने से मना किया तो उस पर जुर्माना लगाया जाए।'
इसके साथ ही कुछ यूजर्स ने पूरी नीलामी प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए आशंका जताई कि 'आम लोग इस बोली में हिस्सा न ले पाएं इसलिए फ्रॉड गैंग ने ये सोची समझी साजिश की है। इतनी बड़ी बोली लगाने के पीछे इस गैंग की कुछ ओर रणनीति है। ऐसा भी हो सकता है कि एक ही गैंग के लोगों ने अलग-अलग बोली लगाई हो और जब पेमेंट देने की बारी आए तो बाकी सब पीछे हट जाएं। जिससे अंत में कम बोली लगाने वाले वाले को नंबर प्लेट मिल जाए।' हालांकि परिवहन विभाग की तरफ से कहा गया है कि पूरी प्रक्रिया पारदर्शी है और इसमें सभी को समान रूप से अवसर दिया गया है।
इससे पहले भी लगी थी लाखों में बोली
हिमाचल में वाहनों खासकर दोपहिया वाहनों में स्पेशल नंबर लगवाने का क्रेज पहले से है। साल 2020 में भी राज्य से स्पेशल नंबर पाने के लिए लाखों रूपये की बोली लगाने का मामला सामने आया था। दरअसल, राज्य के कांगड़ा जिले के शाहपुर अनुमंडल में जुलाई 2020 में एक शख्स ने अपनी स्कूटी के लिए एक स्पेशल नंबर 18 लाख रूपये की भारी-भरकम बोली लगाकर खरीदा था। उस शख्स ने करनाल की एक कंपनी से ई-नीलामी के जरिए यह नंबर हासिल किया था।
Created On :   17 Feb 2023 3:35 PM IST