Covid-19: भारत में कोरोना तीसरी लहर अभी नहीं, लेकिन दूसरी लहर हुई तेज, एम्स डायरेक्टर गुलेरिया बोले- जरूरी हो तभी बाहर निकलें
- अगले कुछ हफ्ते अहम- डॉक्टर गुलेरिया
- एम्स निदेशक ने तीसरी लहर से किया इनकार
- कहा- खत्म नहीं हुआ है कोरोना वायरस
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में पिछले कई दिनों से कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलों की कमी आ रही है। करीब 3 महीने बाद पहली बार ऐक्टिव केसों की संख्या 6 लाख से कम हुई है। वहीं दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में कोरोना की तीसरी लहर की चर्चा तेज हो गई है। इस बारे में एम्स के निदेशक डॉक्टर गुलेरिया ने साफ इनकार करते हुए कहा कि अभी दूसरी लहर ही है जो फिर से तेज हो गई है।
उन्होंने इसके पीछे सावधानी बरतने में ढिलाई का भी उल्लेख किया और कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ठीक से नहीं किया गया। मास्क लगाने में भी ढिलाई बरती गई। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि दिल्ली की तरह अगर और जगहों पर भी केस बढ़ने लगे तो देश में एक और पीक आ सकता है। उन्होंने कहा कि बहुत जरूरी हो तो ही घर से बाहर निकलें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। उन्होंने एक निजी न्यूज चैनल के साथ बातचीत में यह बात कही।
"ठंड में और बढ़ सकता है संक्रमण"
गुलेरिया ने कहा कि जाड़े के दिनों में वायरस हवा में ज्यादा देर तक रहता है जिस वजह से संक्रमण की गुंजाइश बढ़ जाती है। एम्स डायरेक्टर ने कहा कि प्रदूषण की वजह से भी संक्रमण बढ़ सकता है लिहाजा पहले से ज्यादा सावधानी की जरूरत है। संक्रमण और प्रदूषण दोनों से ही फेफड़ों को नुकसान पहुंचता है। उन्होंने कहा कि सर्दियों में हमें और ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है नहीं तो संक्रमण के मामले बहुत ज्यादा बढ़ सकते हैं और हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर पर बहुत ज्यादा जोर पड़ेगा।
"कोरोना और पलूशन का दोहरा खतरा, और सतर्कता की जरूरत"
गुलेरिया ने आगाह किया कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है लिहाजा लापरवाही न करें। उन्होंने यूरोप का उदाहरण दिया कि वहां एक बार फिर संक्रमण बढ़ने लगा है। कोरोना और प्रदूषण के दोहरे खतरे के बारे में पूछने पर गुलेरिया ने कहा कि एहतियातों का सख्ती से पालन करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जब तक बहुत ज्यादा जरूरी न हो बुजुर्ग तब तक बाहर न निकलें। सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें। गुलेरिया ने कहा कि बुजुर्गों या पहले से किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित लोग बाहर जाने से बचें। एयर क्वॉलिटी खराब होने से सेहत को नुकसान पहुंचेगा। बाहर तब जाएं जब धूप हो और जब भी बाहर जाएं तो मास्क जरूर लगाएं।
अगले कुछ हफ्ते सतर्क रहने की जरूरत
प्रदूषण और कोरोना की दोहरी चुनौती को लेकर एम्स के निदेशक ने कहा कि जब तक बेहद जरूरी न हो, बाहर न जाएं। जाना जरूरी भी हो तो मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए धूप निकलने के बाद जाएं। उन्होंने कहा कि कोरोना से संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं। दिवाली के बाद तक मामले कम होते रहे तो कह सकेंगे कि पीक खत्म हो गया है। हमें आने वाले कुछ हफ्ते तक अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।
दोबारा भी हो सकता है कोरोना का संक्रमण
दिवाली और छठ पूजा को लेकर डॉक्टर गुलेरिया ने कहा कि लोगों से वर्चुअली मिलें, त्योहार थोड़ा कम मनाएं। इस साल स्वास्थ्य जरूरी है। जो बचेगा वो अगले साल पूरा कर लेंगे। कोरोना से दोबारा संक्रमण के मामलों को लेकर उन्होंने कहा कि माइल्ड इंफेक्शन वालों को फिर से इंफेक्शन हो सकता है। एक बार कोरोना होने के बाद फिर से भी संक्रमण हो सकता है। एम्स निदेशक ने कहा कि इम्यूनिटी कम होने लगती है, तो फिर से संक्रमण का खतरा है। कुछ लोगों की इम्यूनिटी तीन से चार महीने बाद धीरे-धीरे कम होने लगती है। ऐसे में यह कहना मुश्किल है कि किसे कितने समय तक प्रोटेक्शन रहेगा।
Created On :   30 Oct 2020 10:42 PM IST