Coronavirus: महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान में कोरोना का कहर, चारों तरफ चिताएं, गुजरात में बीते 8 दिनों से हर रोज 100 से ज्यादा लाशों का अंतिम संस्कार
- गुजरात में हर रोज 100 से ज्यादा लाशों का अंतिम संस्कार
- महाराष्ट्र
- मध्य प्रदेश
- राजस्थान में कोरोना का कहर
- श्मशानों में अंतिम संस्कार के लिए कम पड़ रही है जगह
डिजिटल डेस्क,भोपाल/जयपुर/मुंबई/गांधीनगर। मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र और गुजरात राज्यों के श्मशान में जल रही चिताएं बता रही हैं कि इस बार कोरोनावायरस मौत बनकर आया है। देश में कोरोना की रफ्तार बेकाबू हो चुकी है। कहीं, अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी है तो कहीं, मरीजों को बेड नहीं मिल रहे हैं। कोरोना से मरने वाले को जलाने के लिए श्मशनों में अंतिम संस्कार के लिए लाइन लगाना पड़ रहा है। अलाम ये है कि गुजरात राज्य में चिताओं की गर्मी से भट्ठियों की चिमनियां (विद्युत शवदाह गृह) तक पिघल गई। यहां बीते 8-10 दिनों से दिन-रात रोजाना 100 से ज्यादा लाशों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। भोपाल के भदभदा विश्राम घाट पर सोमवार को 41 लाशों का अंतिम संस्कार किया गया। ये सब भयावह है, डराने वाला है। अब तो लोगों को जलाने के लिए जगह कम पड़ रही है। अगर जल्द ही कोरोना पर नियंत्रण नहीं पाया गया, तो मंजर बेहद खौफनाक होगा।
मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए यहां 19 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाया गया है। बावजूद कोरोना के नए मामलों में कोई कमी नहीं देखी गई। राज्यों के अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने के लिए जगह नहीं है। इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, में हालात बेकाबू हो चुके हैं। बीते 24 घंटे में राज्य के चार बड़े शहरों में 4 हजार से ज्यादा संक्रमित मिले हैं। 21 लोगों की मौत हुई है। पूरे प्रदेश में 8 हजार से ज्यादा मरीज मिले हैं। श्मशान घाटों पर अंतिम संस्कार के लिए भी इंतजार करना पड़ रहा है। भोपाल के भदभदा विश्राम घाट पर सोमवार को 41 कोरोना संक्रमितों के शव पहुंचे। यहां अंतिम संस्कार के लिए जगह कम पड़ गई। जबलपुर के चौहानी श्मशान घाट में सोमवार को 30 कोरोना संक्रमितों के शवों का अंतिम संस्कार किया गया। इंदौर के 5 श्मशान घाटों में 12 दिन में 990 अंतिम संस्कार किए गए हैं। जिसमें 319 कोरोना संक्रमित थे। ग्वालियर में हर तीसरा व्यक्ति पॉजिटिव मिल रहा है। यहां भी लोगों की मौत तेजी से हो रही हैं। यहां एक साथ 14 लोगों का अंतिम संस्कार किया गया। 24 घंटे में इंदौर में 1552, भोपाल 1456, ग्वालियर 576 और जबलपुर 552 केस मिले हैं।
भोपाल का भदाभदा विश्राम घाट
महाराष्ट्र
देश में कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है। यहां स्थिति नियंत्रण से बाहर होती नजर आ रही है। राज्य में पिछले 24 घंटे में 51,751 नए मरीज मिले हैं। 34 लाख 58 हजार 996 केस यहां सामने आ चुके हैं। जिनमें से 5 लाख 64 हजार 746 एक्टिव केस अभी हैं। जिनका इलाज अस्पतालों में किया जा रहा है। जबकि 58 हजार 245 लोगों की मौत हो चुकी हैं। मौजूदा स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि राज्य में कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए टोटल लॉकडाउन के अलावा कोई विकल्प नहीं है। महाराष्ट्र में सोमवार को कोरोना के 51,751 नए मामले सामने आए और 258 लोगों की मौत हो गई। राजधानी मुंबई में सोमवार को 6,893 नए मामले सामने आए और 43 मरीजों की मौत हो गई। यहां श्मशान में जलाने के लिए और क्रबिस्तान में दफनाने के लिए जगह कम पड़ रही है।
गुजरात
गुजरात राज्य में कोरोना का कहर जारी है। यहां 24 घंटे के भीतर 6000 से ज्यादा नए केस मिले हैं। मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। 24 घंटे में 55 लोगों की मौत हुई है। 30 हजार से ज्यादा मरीजों का इलाज अस्पतालों में किया जा रहा है। हाल ये हैं कि सूरत के श्मशान घाटों पर 14 घंटे शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। यहां बीते 8-10 दिनों से दिन-रात शव आ रहे हैं। शहर के अश्विनी कुमार और रामनाथ घेला श्मशान घाट में रोजाना 100 से ज्यादा लाशाें का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। राज्य में चिताओं की गर्मी से भट्ठियों की चिमनियां तक पिघल गई।
अश्विनी कुमार और रामनाथ घेला श्मशान घाट
राजस्थान
राजस्थान राज्य में कोरोना की स्थिति चिंताजनक बन चुकी है। एक्टिव केस तेजी से बढ़ रहे हैं। बीते 24 घंटे में यहां 5 हजार से ज्यादा नए केस मिले हैं। सबसे ज्यादा 961 केस जयपुर में सामने आए हैं। यहां 12 दिन में 140 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। यहां 8 अप्रैल को 3526 केस +20 मौंते, 9 अप्रैल को 3970 केस + 12 मौतें, 10 अप्रैल 4401 केस +18 मौतें, 11 अप्रैल 5105 केस + 10 मौतें और 12 अप्रैल को 5771 केस + 25 मौतें हुई हैं। कोरोना के बढ़ते केसों को देखते हुए राज्य सरकार कभी भी नई गाइडलाइन जारी कर सकती है। इसमें कोचिंग सेंटर को बंद करने, शादी समारोह और अंतिम संस्कार में लोगों की संख्या को सीमित करने, धार्मिक स्थलों को कुछ समय के लिए बंद करने और नाइट कर्फ्यू बढ़ाने जैसे फैसले लिए जा सकते हैं।
Created On :   13 April 2021 12:58 PM IST