कांग्रेस 17 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों में नहीं खोल पाई खाता, भाजपा चार क्षेत्रों में जीरो पर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की है। इन चुनावों में कुछ दिलचस्प समीकरण निकलकर सामने आ रहे हैं। करारी शिकस्त का सामना करने वाली कांग्रेस केंद्र शासित प्रदेश समेत 17 राज्यों में अपना खाता भी नहीं खोल पाई। वहीं बहुमत के साथ जीत हासिल करने वाली पार्टी बीजेपी भी तीन राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश में एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई है।
कांग्रेस के केंद्र शासित प्रदेश सहित 17 राज्यों में खाता नहीं खोल पाने वाले तथ्य को भाजपा प्रमुख अमित शाह ने भी पार्टी मुख्यालय में अपने भाषण में रेखांकित किया। कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा, "इन चुनावों में कांग्रेस बुरी तरह से हार गई है। देश में 17 यूनिट हैं, जहां कांग्रेस को बड़ा शून्य मिला है। ये 17 यूनिट हैं आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, मणिपुर, मिजोरम, ओडिशा, राजस्थान, सिक्किम, त्रिपुरा, उत्तराखंड, अंडमान और निकोबार, चंडीगढ़, दादर नागर हवेली, दमन दीव और लक्षद्वीप।"
भाजपा प्रमुख अमित शाह ने दावा किया कि इन 17 राज्यों में बीजेपी का वोट शेयर 50 फीसदी से अधिक है। शाह ने कहा, "अरुणाचल प्रदेश, चंडीगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल, कर्नाटक, राजस्थान, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, बिहार और उत्तर प्रदेश में हमें 50 प्रतिशत से अधिक वोट मिले हैं।" दिलचस्प बात यह है कि बीजेपी राष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन करने के बावजूद केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी जैसे तीन राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश के मतदाताओं को प्रभावित करने में विफल रही है। हालांकि, पार्टी ने अन्य कई राज्यों में असाधारण प्रदर्शन किया है।
जिन राज्यों में इस बार कांग्रेस खाता भी नहीं खोल पाई है उन राज्यों में से हरियाणा में पिछली बार कांग्रेस एक सीट जीतने में सफल रही थी। पार्टी ने केरल में सबसे अधिक 14 सीटें जीती हैं। इसके बाद पार्टी ने तमिलनाडु में 8 और पंजाब में भी 8 सीटें जीतीं।
Created On :   24 May 2019 12:04 AM IST