Hawala Network: हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर ने कहा, बढ़ाई जाएगी दलाई लामा की सुरक्षा
डिजिटल डेस्क, शिमला। तिब्बत के सर्वोच्च धर्मगुरू दलाई लामा की जासूसी का मामला सामने आने के बाद उनकी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इसकी जानकारी दी। बता दें कि 1000 करोड़ से ज्यादा के हवाला नेटवर्क केस के मुख्य आरोपी चार्ली पेंग उर्फ लुओ सांग को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। पेंग से सुरक्षा एजेंसियों लगातार पूछताछ कर रही है। पूछताछ के दौरान दलाई लामा की जासूसी मामले का भी पर्दाफ़ाश हुआ था।
सीएम ठाकुर ने कहा कि अभी तक सूचना मिली है कि चीन का एक नागरिक चार्ली पेंग जिसे दिल्ली में पकड़ा गया था, उसका हिमाचल प्रदेश में 2 लोगों के साथ उसका संपर्क है। जिसमें से एक महिला चीन की नागरिक है। पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया है, IB के लोग भी उनसे पूछताछ कर रहे हैं। चार्ली पेंग ने एस.के. ट्रेडर कंपनी से इन दोनों को पैसा ट्रांसफर किया है। अभी तक की जानकारी में इनका मकसद दलाई लामा की मूवमेंट पर नजर रखना और कॉम्युनिकेट करना बताया जा रहा है। हमने दलाई लामा की सुरक्षा व्यवस्था को और ज्यादा मजबूत करने को कहा है।
दलाई लामा की जासूसी के लिए दिए 2-3 लाख रुपए
इससे पहले जांच एजेंसियों ने चार्ली पेंग और उसके सहयोगियों पर जासूसी करने का शक जताया था। जांच एजेंसियों को पता चला था कि चार्ली पेंग दिल्ली में कुछ लामाओं के संपर्क में था और उनके जरिए बौद्ध धर्म के सर्वोच्च गुरु और उनके सहयोगियों की जानकारी जुटा रहा था। आरोपियों ने दिल्ली में मजनू का टीला, तिब्बती शरणार्थी कॉलोनी के पास कुछ व्यक्तियों को 2 से 3 लाख रुपये दिए थे। अब हिमाचल प्रदेश पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां लगातार धर्मशाला, कांगड़ा और मंडी के उन इलाकों में गुपचुप तौर तरीकों से दबिश दी जा रही है, जहां या तो सन्दिग्ध निर्बासित तिब्बती और विदेशी रहते हैं।
WeChat के माध्यम से किया जा रहा था कम्यूनिकेशन
I-T डिपार्टमेंट ने पाया था कि पूरा कम्यूनिकेशन चीनी मोबाइल एप्लिकेशन WeChat के माध्यम से किया जा रहा था। चार्ली पेंग के साथ काम करने वाले ऑफिस बॉय के जरिए इन रुपयों के पैकेट बनाकर लामाओं तक पहुंचाया जाता था। I-T डिपार्टमेंट को इन ऑफिस बॉयज ने दिए अपने स्टेटमेंट में ये जानकारी दी थी। आयकर विभाग ने दिल्ली के एक चार्टर्ड अकाउंटेंट को भी ट्रैक किया था, जो हवाला लेनदेन के आरोपियों की मदद कर रहा था। यह सीए 40 से अधिक बैंक खातों को चला रहा था, जिसके माध्यम से चीनी कंपनियों के लिए 300 करोड़ रुपये से अधिक के लेनदेन को ट्रैक किया गया। हांगकांग जाने वाले हवाला लेनदेन को भी ट्रैक किया गया।
2014 में चार्ली पेंग आया था भारत
पूछताछ में चार्ली पेंग ने बताया था कि वह पहली बार 2014 में भारत में आया था। पेंग ने सबसे पहले दिल्ली में नूडल्स का कारोबार शुरू किया और फिर बड़े हवाला रैकेट तक जा पहुंचा। एक दलाल के माध्यम से उसने भारतीय आधार कार्ड और पैन कार्ड भी बनवा लिए। सबसे पहले वह नई दिल्ली में मजनू का टीला इलाके की पंजाबी बस्ती में रहा। बाद में द्वारका से गुरुग्राम शिफ्ट हो गया।
कई बैंकों के कर्मचारी रडार पर
विभाग ने बैंक खातों को अटैच किया है जिसमें करोड़ों का हवाला पैसा है और कई और बैंकों के कर्मचारी रडार पर हैं। विभाग के सूत्रों ने यह भी कहा कि बड़ी चीनी कंपनियां छोटी चीनी कंपनियों के लिए फर्जी पर्चेज ऑर्डर जारी कर रही थीं और उनके द्वारा बोगस बिल रेज किए गए थे। I-T विभाग यह जांचने के लिए GST विभाग के साथ संपर्क में है कि क्या फेक सेल्स चीनी कंपनियों द्वारा भी बुक की गई थी।
Created On :   24 Aug 2020 10:29 PM IST