सीलिंग विवाद : CM केजरीवाल ने राहुल गांधी को लिखा लेटर, PM से भी मांगी मदद
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली में हो रहे सीलिंग विवाद को लेकर व्यापारियों और कारोबारियों के विरोध के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लेटर लिखा है। इस लेटर में केजरीवाल ने राहुल गांधी से कहा है कि इस मुद्दे को संसद में जोर-शोर से उठाया जाए और केंद्र सरकार को कानून बनाने के लिए मजबूर किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी लेटर लिखकर मदद मांगी है। इसके साथ ही केजरीवाल ने पीएम मोदी और राहुल गांधी से मिलने का समय भी मांगा है। इससे पहले शुक्रवार को अरविंद केजरीवाल ने धमकी दी है कि अगर सीलिंग विवाद का हल 31 मार्च तक नहीं निकला तो वो भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे। बता दें दिल्ली में दुकानें सील किए जाने के विरोध में सैकड़ों कारोबारी कई दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं।
राहुल से कहा- संसद में उठाएं इस मुद्दे को
शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ऑफिस की तरफ से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को एक लेटर लिखा गया है। इस लेटर में सीएम केजरीवाल ने कहा है कि "दिल्ली में छोटे-छोटे व्यापारियों को दुकानों को सील किया जा रहा है, जिससे लाखों लोग बेरोजगार हो रहे हैं। इसलिए आपसे निवेदन है कि इस मुद्दे को संसद में जोर-शोर से उठाया जाए और केंद्र सरकार को इस पर बिल पास करने के लिए मजबूर किए जाए।" इस लेटर में केजरीवाल ने आगे लिखा है कि इस मुद्दे का राजनीति से ऊपर उठकर समाधान निकालने की जरूरत है। इसके साथ ही केजरीवाल ने राहुल से मिलने का समय भी मांगा है।
पीएम से भी कहा- संसद में कानून लाया जाए
राहुल के अलावा सीएम केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी लेटर लिखकर इस मुद्दे पर कानून बनाने को कहा है। पीएम को लिखे लेटर में केजरीवाल ने कहा है कि "दिल्ली में व्यापारियों की दुकानों को सील किया जा रहा है। ये 24 घंटे मेहनत करके अपना व्यापार चलाते हैं और सरकार को टैक्स देते हैं। ये लोग बेईमान नहीं है, ये भी देश के विकास में अपना सहयोग देते हैं।" उन्होंने आगे लिखा कि "सीलिंग का एक ही कारण है कि कानून में कुछ खामियां हैं और इन्हें दूर करने की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है। अगर केंद्र सरकार ने समय रहते इन खामियों को दूर नहीं किया तो इसका खामियाजा व्यापारियों को भुगतना पड़ेगा। इसलिए इस पर संसद में जल्द ही बिल लाया जाए और सीलिंग रुकवाई जाए। इसके साथ ही जो दुकानें सील की गई हैं, उन्हें दोबारा खुलवाया जाए।" सीएम केजरीवाल ने इस मुद्दे पर बात करने के लिए पीएम मोदी से भी समय मांगा है।
“If sealing problem is not solved before 31st March then Kejriwal will sit on hunger strike. We will put pressure on Centre Government.”
— AAP (@AamAadmiParty) March 9, 2018
CM @ArvindKejriwal pic.twitter.com/pyN4xqEJF0
सीलिंग नहीं रुकी, तो भूख हड़ताल पर बैठूंगा : केजरीवाल
इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि अगर 31 मार्च तक सीलिंग विवाद का हल नहीं निकला तो वो खुद व्यापारियों के साथ भूख हड़ताल पर बैठेंगे। शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए केजरीवाल ने कहा कि "पिछले 3 महीने से दिल्ली में सीलिंग चल रही है, व्यापारी परेशान हो रहे हैं। हालांकि किसी के पास भी व्यापारियों को इस समस्या का समाधान नहीं है। हमने समाधान निकालने के लिए मास्टर प्लान में संशोधन किया, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। अब इसका समाधान केवल बिल पास करके ही किया जा सकता है।" उन्होंने कहा कि "16 मार्च को दिल्ली विधानसभा के सेशन में सीलिंग को लेकर AAP एक प्रस्ताव पास करेगी, जिसे केंद्र सरकार के पास भेजा जाएगा। अगर इसके बाद भी इसका समाधान नहीं निकला तो 31 मार्च से मैं भी व्यापारियों के साथ भूख हड़ताल पर बैठूंगा।"
क्या है सीलिंग विवाद?
साल 2006 में सुप्रीम कोर्ट ने अवैध निर्माण को रोकने के लिए सीलिंग करने के आदेश दिए थे। इसके बाद दुकानों या कमर्शियल प्रॉपर्टी को सीलिंग से बचाने के लिए सरकार ने कन्वर्जन चार्ज देने का प्रावधान किया था। व्यापारियों और कारोबारियों ने कन्वर्जन चार्ज देने में भी लापरवाही दिखाई। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने ऐसी दुकानों या कमर्शियल प्रॉपर्टीज को सील करने का आदेश दे दिया और इसके लिए एक मॉनिटरिंग कमेटी बनाई। जिसकी देखरेख में ऐसी दुकानों को सील करने की कार्रवाई की जा रही है।
Created On :   10 March 2018 9:59 AM IST