चीन का झूठ आया सामने: गलवान घाटी जैसी घटना की फिराक में रॉड और भाले लेकर रेजांग ला पहुंचे थे चीनी सैनिक, भारतीय सेना ने रौका तो की फायरिंग
- चीन का झूठ- भारतीय सैनिकों ने 7 सितंबर को पैंगॉन्ग सो इलाके में एलएसी पार करने की
- भारतीय सेना की दो टूक- हमारी तरफ से एलएसी पर स्थिति सामान्य करने की कोशिशें जारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर तनाव बढ़ता ही जा रहा है। सोमवार देर रात हुई फायरिंग की घटना का खुलासा हो गया है। दरअसल, चीनी सैनिक गलवान घाटी जैसी घटना को अंजाम देने की फिराक में रॉड, भाले और धारदार हथियार लेकर रेजांग ला इकट्ठा हो रहे थे। जब भारतीय सेना ने इन्हें अपनी पोस्ट की ओर बढ़ने से रोका तो फायरिंग कर दी। बता दें कि भारत-चीन सीमा पर 45 साल बाद गोली चली है।
भारतीय सेना की ओर से मिली जानकारी के अनुसार फायरिंग चीन की तरफ से हुई। जबकि चीनी मीडिया ने दावा किया था कि लद्दाख में भारतीय सेना की ओर से फायरिंग की गई। मीडिया में आ रही चीनी सैनिकों की तस्वीरें चीन का इरादा और उसके झूठ को उजागर कर रही हैं। सरकारी सूत्रों ने बताया कि 50 से 60 चीनी सैनिक रॉड, भाला और धारदार हथियार लेकर रेजांग ला में भारतीय पोस्ट की ओर बढ़ रहे थे। वो मुखपरी पीक और रीक्विन ला एरिया से भारतीय सैनिकों को हटाना चाहते थे। सेना ने जब उन्हें इससे रोका, तो चीन के सैनिकों ने 10-15 राउंड हवाई फायर किए।
भारत ने कहा- चीन उकसाने की कोशिश कर रहा
भारतीय सेना ने कहा कि हमारी ओर से LAC पर स्थिति सामान्य करने की कोशिश जारी है, जबकि चीन उकसाने वाली हरकतें कर रहा है। हमने LAC पार नहीं की और न ही फायरिंग या कोई ऐसी अग्रेसिव हरकत। चीन बेपरवाह होकर दोनों देशों के बीच हुए समझौते का उल्लंघन करता जा रहा है। एक ओर वो हमारे साथ मिलिट्री, डिप्लोमैटिक और राजनीतिक स्तर पर बातचीत कर रहे हैं और दूसरी ओर ऐसी हरकतें। सेना ने ये भी कहा है कि हम शांति कायम रखना चाहते हैं, लेकिन देश की संप्रभुता और सरहदों की रक्षा किसी भी कीमत पर करेंगे। सेना के अनुसार चीन के वेस्टर्न थियेटर कमांड ने झूठे बयान के जरिए अपने देश और बाकी दुनिया के लोगों को गुमराह करने की कोशिश की है।
चीन ने भारत पर ही लगाया आरोप, सेना ने दिया जवाब
सोमवार शाम की इस घटना के बाद चीन ने भारतीय सैनिकों पर ही आरोप लगाया था। चीन ने कहा कि भारतीय सैनिकों ने सीमा पार की थी। उसके इस झूठ पर मंगलवार को भारतीय सेना ने बयान जारी किया। सेना ने कहा कि चीन की सेना आगे बढ़ने के लिए उकसावे वाली गतिविधियां कर रही है। भारतीय सेना ने स्पष्ट तौर पर कहा कि हम क्षेत्र में शांति और स्थिरता चाहते हैं। हालांकि हम हर कीमत पर राष्ट्रीय अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए भी दृढ़ हैं।
15 जून को क्या हुआ था पूर्वी लद्दाख की गलवां घाटी में
इससे पहले 14 और 15 जून की रात दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। यह झड़प सेनाओं के पीछे हटने की प्रक्रिया के दौरान हुई थी। इसमें भारत के 20 सैनिक शहीद हुए थे। इस दौरान चीन को भी नुकसान हुआ था, लेकिन उसने इसकी जानकारी साझा नहीं की थी। हालांकि, अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में बताया गया था कि इस झड़प में चीन के कम से कम 35 सैनिक मारे गए थे। इस घटना के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव कई गुना बढ़ गया था।
Created On :   8 Sept 2020 9:12 PM IST