रिंग ऑफ फायर सोलर एक्लिप्स के बाद एक और खगोलीय घटना, नजर आया 'स्ट्राबेरी मून'
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- ये घटना है स्ट्रॉबेरी मून की
- इस खगोलीय घटना में चांद आकार में बड़ा और गुलाबी दिखाई दिया
- सोलर एक्लिप्स के बाद गुरुवार को एक और खगोलीय घटना घटी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सुपरमून, ब्लडमून, टोटल लूनर एक्लिप्स, रिंग ऑफ फायर सोलर एक्लिप्स के बाद गुरुवार को एक और खगोलीय घटना घटी। ये घटना है स्ट्रॉबेरी मून की। इस खगोलीय घटना में चांद आकार में बड़ा और थोड़ा-थोड़ा स्ट्रॉबेरी की तरह गुलाबी दिखाई दिया। बता दें कि जून के महीने में पूर्णिमा के दिन निकलने वाले चांद को "स्ट्रॉबेरी मून" कहा जाता है। कहीं-कहीं इसे हॉट मून" या "हनी-मून" भी कहते हैं।
स्ट्रॉबेरी मून स्प्रिंग सीजन की अंतिम पूर्णिमा और समर सीजन की पहली पूर्णिमा का प्रतीक है। नॉर्दन हेमिस्फीयर में समर सीजन सोमवार को शुरू हुआ। स्ट्रॉबेरी मून स्थानीय अमेरिकी नाम हैं। खगोलीय घटना को इसका नाम प्राचीन अमेरिकी जनजातियों से मिला है। जून में आखिरी पूर्णिमा से स्ट्रॉबेरी की कटाई शुरू होती थी जिस वजह से इसे स्ट्रॉबेरी मून नाम मिला है। हालांकि दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है। यूरोप में इसे रोज़ मून के नाम से जाना जाता है, जो गुलाब की कटाई का प्रतीक है। नॉर्दन हेमिस्फीयर में, इसे हॉट मून कहा जाता है क्योंकि इस दिन से समर सीजन की शुरुआत होती है। स्ट्रॉबेरी मून एक रात से अधिक समय तक दिखाई देगा।
स्ट्रॉबेरी मून के बाद 24 जुलाई को बक मून और 22 अगस्त को स्टर्जजन मून दिखाई देगा। दरअसल, शुरुआती मूल अमेरिकी जनजातियों ने जूलियन या ग्रेगोरियन कैलेंडर का उपयोग करके समय रिकॉर्ड नहीं किया था। इसके बजाय उन्होंने मौसम पर नजर रखने के लिए चंद्रमा का उपयोग किया था, इसलिए उन्हें ये नाम दिया गया है। इसी तरह जनवरी के पूर्ण चंद्र का नाम वुल्फ मून, फरवरी में स्नो मून, मार्च में वार्म मून, मई में फ्लावर मून होता है। सितंबर में कॉर्न मून, अक्टूबर में हंटर मून, नवंबर में बीवर मून और दिसंबर में कोल्ड मून है।
Created On :   24 Jun 2021 11:03 PM IST