अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा के लिए हाई लेवल-मीटिंग, पीएम बोले- हिंदू और सिख अल्पसंख्यकों को शरण दी जाएगी
- अफगानिस्तान को लेकर कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक
- नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी के आधिकारिक आवास पर हाई-लेवल मीटिंग
- सीसीएस में प्रधानमंत्री
- रक्षा मंत्री
- गृहमंत्री
- वित्त मंत्री और विदेश मंत्री शामिल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा के लिए नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधिकारिक आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर एक उच्च स्तरीय बैठक की। यह कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि हिंदू और सिख अल्पसंख्यकों को भारत में शरण दी जाएगी। पीएम ने सभी भारतीयों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने को कहा। पीएम मोदी ने कहा कि अफगान भाई-बहनों की भी मदद करनी होगी। भारत से मदद चाहते वालों को मदद करनी होगी।
सीसीएस में प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री, गृहमंत्री, वित्तमंत्री, विदेश मंत्री और एनएसए अजित डोभाल भी मौजूद रहे। बता दें कि अमेरिका समर्थित अशरफ गनी सरकार के पतन के बाद तालिबान विद्रोहियों ने रविवार को काबुल पर कब्जा कर लिया, जिसके बाद राष्ट्रपति को देश छोड़कर भागना पड़ा।
इससे पहले दिन में भारतीय वायु सेना का सी-17 विमान काबुल एयरपोर्ट से भारतीय दूतावास के कर्मचारियों, आईटीबीपी कर्मियों और चार मीडियाकर्मियों के अंतिम बैच सहित 120 भारतीय अधिकारियों को वापस लाया। भारतीय राजदूत रुद्रेंद्र टंडन और अन्य स्टाफ सदस्य इस फ्लाइट में थे। ये विमान सुबह करीब 11 बजे गुजरात के जामनगर में उतरा। काबुल से भारतीयों को लेकर एक और फ्लाइट मंगलवार को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के हिंडन एयरपोर्ट पर उतरी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, "मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए, यह निर्णय लिया गया है कि काबुल में हमारे राजदूत और उनके भारतीय कर्मचारी तुरंत भारत चले जाएंगे।" सी-17 हेवी-लिफ्ट ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट में सवार यात्रियों को विमान से उतारे जाने के तुरंत बाद सड़क पर मौजूद लोगों ने उनका स्वागत किया। कई यात्रियों को माला पहनाई गई और कई अन्य लोगों को "भारत माता की जय" के नारे लगाते देखा गया।
अफगानिस्तान से अपने अधिकारियों और कर्मचारियों को निकालने के प्रयासों के तहत, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने सोमवार शाम को अपने अमेरिकी समकक्ष जेक सुलिवन से भारतीयों को वहां से आसानी से निकालने के लिए बात की। गृह मंत्रालय ने कहा कि वह अफगानिस्तान के मौजूदा हालात को देखते हुए वीजा प्रावधानों की समीक्षा कर रहा है। भारत में प्रवेश के लिए वीजा आवेदनों को तेजी से ट्रैक करने के लिए ई-इमरजेंसी एक्स-मिस्क वीजा" नामक इलेक्ट्रॉनिक वीजा की एक नई श्रेणी शुरू की गई है।
Created On :   17 Aug 2021 6:57 PM IST