विवादित बयान: भाजपा सांसद हेगड़े ने BSNL कर्मचारियों को बताया गद्दार, कहा- काम करने को तैयार ही नहीं हैं
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। विवादित बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद अनंत कुमार हेगड़े ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। इसमें उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के अधिकारियों को "गद्दार" बताया और कहा कि काम करने के लिए तैयार ही नहीं हैं। उन्होंने कर्नाटक के क्षेत्रों में सरकारी स्वामित्व वाले दूरसंचार ऑपरेटर के "खराब" नेटवर्क की आलोचना की।
अनंत कुमार उत्तर कन्नड़ संसदीय क्षेत्र से बीजेपी के सांसद हैं। यहां कुमटा में सोमवार, 10 अगस्त को एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि यदि आप बेंगलुरु जाते हैं तो आपको उत्तर कन्नड़ का सिग्नल अच्छा लगेगा, क्योंकि वहां BSNL का सिग्नल ही नहीं आता है। दिल्ली में भी मेरे घर में सिग्नल नहीं आता है। BSNL भारत के लिए लज्जा की चीज है। बीजेपी नेता ने कहा कि BSNLको खत्म किया जा रहा है। इसका विनिवेश किया जाएगा, ये देशद्रोहियों से भरा हुआ है, मेरे शब्द सच हैं, मैंने हाल ही में एक मीटिंग में उन्हें कहा कि आपलोग अधिकारी नहीं, आप लोग देशद्रोही हैं।
पूरा बीएसएनएल देश के लिए कलंक
वायरल हुए एक वीडियो में हेगड़े ने दावा किया कि बीएसएनएल में बहुत अधिक "आलस्य" है और 85,000 कर्मचारियों को हटाने का फैसला किया गया क्योंकि विनिवेश ही इसे ठीक करने का एकमात्र तरीका है। विवादित बयान देने के लिए जाने जाने वाले सांसद ने कहा, "यह (बीएसएनएल) एक ऐसी व्यवस्था है, जो गद्दारों से भरी है ... लोग जानते हैं कि बीएसएनएल नेटवर्क कैसा है। यह उत्तर कन्नड़ में अभी भी बेहतर है लेकिन बेंगलुरु में आपको नेटवर्क बिल्कुल नहीं मिलेगा। पूरा बीएसएनएल देश के लिए कलंक है।"
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह याद करते हुए कि उन्होंने उत्तर कन्नड़ जिले के करवर में हाल ही में बैठक के दौरान बीएसएनएल के अधिकारियों को डांटा था। उन्होंने कहा कि उन्होंने उनसे (अधिकारियों) कहा था, "आप सिर्फ सरकारी अधिकारी ही नहीं, राष्ट्र विरोधी भी हैं।"
बापू पर भी दिया था विवादित बयान
इसी साल अनंत कुमार हेगड़े ने महात्मा गांधी को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की स्वतंत्रता के लिए की गई लड़ाई को ड्रामा बताया था। इस साल फरवरी में हेगड़े ने कहा था कि आजादी की लड़ाई दिखावा थी और इस लड़ाई को ब्रिटिश साम्राज्य का समर्थन हासिल था। अनंत हेगड़े ने कहा था कि उस दौर के तथाकथित बड़े नेताओं ने एक बार भी ब्रिटिश पुलिस से मार नहीं खाई थी।
Created On :   12 Aug 2020 1:05 AM IST