सीमा पर गोलीबारी: एक हफ्ते बाद मेघालय में सामान्य स्थिति, मोबाइल डेटा सेवाएं बहाल

Border firing: Normalcy in Meghalaya after a week, mobile data services restored
सीमा पर गोलीबारी: एक हफ्ते बाद मेघालय में सामान्य स्थिति, मोबाइल डेटा सेवाएं बहाल
असम-मेघालय सीमा पर गोलीबारी: एक हफ्ते बाद मेघालय में सामान्य स्थिति, मोबाइल डेटा सेवाएं बहाल
हाईलाइट
  • सीमा पर हिंसा

डिजिटल डेस्क, शिलांग। असम-मेघालय सीमा पर 22 नवंबर को हुई हिंसा और गोलीबारी के एक सप्ताह बाद शिलांग और अन्य जिलों में तनाव की स्थिति सामान्य हो गई है। रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर लगी रोक भी हटा दी गई है। जिससे मेघालय सरकार को बड़ी राहत मिली है।

मेघालय के मुख्य सचिव डोनाल्ड पी पहलंग ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार ने उचित कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए 22 नवंबर को राज्य के सात जिलों में लागू मोबाइल इंटरनेट सेवाओं के अस्थायी निलंबन को हटाने का फैसला किया है। मुख्य सचिव ने मीडिया को बताया कि सरकार ने शिलांग और अन्य जिलों में कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार के मद्देनजर यह फैसला लिया है।

गौरतलब है कि पिछले सप्ताह मेघालय के पश्चिम जयंतिया हिल्स जिले के मुकरोह गांव में पुलिस की गोलीबारी में छह लोगों की मौत हो गई थी। जिसको लेकर शिलांग और अन्य जिलों में सीमा पर हिंसा और विरोध प्रदर्शन हुए थे। स्थिती को सामान्य करने के लिए पाबंदियां लगाई गई थीं।

पुलिस ने कहा कि शिलांग और उसके बाहरी इलाकों में बीते दो दिनों से कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। व्यापारियों और ट्रांसपोर्टरों समेत सभी लोगों ने अपना सामान्य व्यवसाय शुरू कर दिया है। कार्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों मे सामान्य रूप से काम हुआ है। इसके अलावा किसी स्थानीय संगठनों ने सीमा पर हिंसा को लेकर नए आंदोलन का कोई ऐलान नहीं किया है।

मेघालय सरकार ने असम से लगी अंतर्राज्यीय सीमा से सटे सभी संवेदनशील और संभावित संकटग्रस्त इलाकों में पुलिस चौकियां स्थापित करने का फैसला किया है। उपमुख्यमंत्री प्रेस्टोन टाइनसॉन्ग ने कहा कि पुलिस चौकियां उन घनी आबादी वाले इलाकों में स्थापित की जाएंगी जहां कभी-कभी झड़पों की खबरें आती रही हैं।

ज्ञात हो कि असम पुलिस और वन रक्षकों ने 22 नवंबर को मुकरोह गांव में लकड़ी ले जा रहे एक ट्रक को रोका था। उसके बाद बड़ी संख्या में गांव के लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस और वन रक्षकों को घेर लिया। इस दौरान पुलिस फायरिंग में मेघालय के पांच ग्रामीणों और असम के एक वन रक्षक की मौत हो गई थी।

 

आईएएनएस

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Created On :   28 Nov 2022 10:30 PM IST

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