कर्नाटक उपचुनाव में बीजेपी की बड़ी जीत, कांग्रेस के दो शीर्ष नेताओं ने सौंपा इस्तीफा

BJP sweeps Karnataka bypolls, top congress leaders quit
कर्नाटक उपचुनाव में बीजेपी की बड़ी जीत, कांग्रेस के दो शीर्ष नेताओं ने सौंपा इस्तीफा
कर्नाटक उपचुनाव में बीजेपी की बड़ी जीत, कांग्रेस के दो शीर्ष नेताओं ने सौंपा इस्तीफा

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 15 में से 12 सीटें जीतकर विधानसभा में बहुमत हासिल कर लिया हैं। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को चार महीने पुरानी अपनी सरकार को बचाए रखने के लिए 6 सीटों पर जीत की दरकार थी। वहीं कांग्रेस ने 2 और एक निर्दलीय उम्मीदवार ने 1 सीट पर जीत हासिल की है। इस हार के बाद कांग्रेस पार्टी के दो शीर्ष नेताओं ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। 

सिद्धारमैया का इस्तीफा
सिद्धारमैया ने कांग्रेस विधायक दल (CLP) के नेता और विपक्ष के नेता (LoP) के पद से इस्तीफा दिया है। इस्तीफे के बाद सिद्धारमैया ने कहा, "हम लोगों के जनादेश को स्वीकार करते हैं। विधायक दल का नेता होने के नाते मेरा फर्ज है कि मैं लोकतंत्र का सम्मान करूं। पार्टी के हित के लिए, मैंने कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद से इस्तीफा दे दिया।"

मेरी उम्मीदें गलत साबित हुई- सिद्धारमैया
सिद्धारमैया ने कहा, "मैं अपना इस्तीफा पत्र हमारी AICC अध्यक्ष सोनिया गांधी को और एक कॉपी केसी वेणुगोपाल को भेज रहा हूं। कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव को भी मैं इस्तीफे की एक कॉपी भेज रहा हूं।" उन्होंने कहा "मुझे उम्मीद थी कि मतदाता अयोग्य विधायकों के खिलाफ मतदान कर सकते हैं, जिन्होंने खुद को बेच दिया। मुझे लगा कि उन्हें सजा दी जाएगी और मैंने ऐसा होने की उम्मीद की थी। मेरी उम्मीदें गलत साबित हुई।"

दिनेश गुंडू राव का इस्तीफा
सिद्धारमैया के इस्तीफे के बाद कर्नाटक कांग्रेस प्रदेश समिति (केपीसीसी) के अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव ने भी अपना इस्तीफा सौंप दिया। गुंडु राव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "कांग्रेस पार्टी की ओर से चुनाव की जिम्मेदारी मुझे दी गई थी। उम्मीदवारों के चयन में भी मेरी अहम भूमिका रही है। ऐसे में पार्टी की हार की नैतिक जिम्मेदारी मेरी है। इसलिए मैं अपने पद से इस्तीफा दे रहा हूं। मैं पार्टी के लिए काम करता रहूंगा।"

येदियुरप्पा ने जताई खुशी
इस जीत पर सीएम येदियुरप्पा ने खुशी जताते हुए कहा कि अब बिना किसी समस्या के स्थायी सरकार चल सकती है। वहीं कर्नाटक के मंत्री अशोक ने कहा कि चिक्कबल्लापुर से बीजेपी सांसद ने पार्टी के खिलाफ काम किया और अपने बेटे को जितवाने के लिए काम कर रहे थे। पार्टी उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी। हमें पता था कि हमें 12 सीटें मिलेंगी।

जनादेश के खिलाफ जाने वालों को मिली सजा- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने इस जीत के बाद कहा कि जनता ने कर्नाटक में भाजपा को सरकार बनाने के लिए मैंडेट दिया था, लेकिन कांग्रेस ने पर्दे के पीछे से खेल करके भाजपा को सरकार नहीं बनाने दी थी। लेकिन, आज (9 दिसंबर 2019) जनता ने उन्हें सजा दी है। उपचुनाव में ज्यादातर सीटों पर भाजपा को जीत हासिल हुई है।

पीएम मोदी ने कहा कि कर्नाटक के लोगों ने कांग्रेस और उसके साथियों की सरकार के दौरान हुए भ्रष्टाचार और विकास के साथ लापरवाही देखी थी, इसलिए उन्होंने भाजपा को वोट दिया। कर्नाटक के लोगों ने ये सुनिश्चित कर दिया कि अब कांग्रेस या जेडीएस वहां के लोगों से साथ विश्वासघात नहीं कर पाएंगे। ये देश के तमाम राज्यों के लिए संदेश है कि कोई जनादेश के खिलाफ जाएगा या जनता को धोखा देगा, तो पहला मौका मिलते ही जनता उसे पूरी सजा देगी।

इन 12 सीटों पर बीजेपी की जीत
शिवराम हेब्बार (येल्लापुर), आनंद सिंह (विजयनगर), रमेश जारकीहोली (गोकाक), बी सी पाटिल (हीरेकेरूर), श्रीमंत पाटिल (कागवाड), के सुधाकर (चिक्काबल्लापुर), महेश कुमातल्ली (अथानी), अरुण कुमार गुट्टूर (रानीबेन्नूर), एसटी सोमशेखर (यशवंतपुर), के गोपालैया (महालक्ष्मी लेआउट), नारायण गौड़ा (कृष्णाराजपेट) और बीए बासवराज (केआर पुरा)।

कांग्रेस की दो सीटों पर जीत
कांग्रेस उम्मीदवारों ने दो सीटों पर जीत दर्ज की है। पार्टी के रिजवान अरशद ने शिवाजीनगर और एचपी मंजूनाथ ने हुनसुर सीट पर बीजेपी कैंडिडेट को शिकस्त दी है। वहीं होसाकोटे सीट पर बीजेपी से बागी होकर लड़ने वाले निर्दलीय कैंडिडेट शरद कुमार बाचेगौड़ा बीजेपी के एमटीबी नागराजू से आगे चल रहे हैं। बता दें कि जिन 15 सीटों पर उपचुनाव हुए थे, उनमें से 12 सीटें कांग्रेस के पास थीं।

बीजेपी ने हासिल किया स्पष्ट बहुमत
12 सीटों पर जीत के साथ ही सदन में बीजेपी को 117 विधायकों के समर्थन के साथ स्पष्ट बहुमत हासिल हो गया है। बीजेपी को एक निर्दलीय का समर्थन भी प्राप्त है। वहीं विपक्षी दलों के लिए नतीजे बड़ा झटका हैं। कर्नाटक में 224 सीटों वाली विधानसभा में अब कांग्रेस के 68 और जेडीएस के 34 एमएलए हैं। इसके अलावा एक बीएसपी एमएलए भी है।

5 दिसंबर को हुई थी वोटिंग
कर्नाटक विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान 5 दिसंबर को हुए थे। कांग्रेस और जेडी (एस) के 17 बागी विधायकों को अयोग्य करार दिए जाने के कारण रिक्त पदों को भरने के लिए उपचुनाव हुए हैं। बागी विधायकों के चलते जुलाई में एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार गिर गई थी और भाजपा के लिए सत्ता में आने का मार्ग प्रशस्त हुआ था। दो सीटें - राजराजेश्वरी नगर और मस्की के चुनावों को रोक दिया गया था क्योंकि उनके संबंध में अलग-अलग मामले कर्नाटक उच्च न्यायालय के समक्ष लंबित हैं। 

Created On :   9 Dec 2019 5:35 PM IST

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