बिहार: मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार के 75 नए केस, अब तक 112 बच्चों की मौत 

Bihar: More Than 112 died due to Acute Encephalitis Syndrome in Muzaffarpur
बिहार: मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार के 75 नए केस, अब तक 112 बच्चों की मौत 
बिहार: मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार के 75 नए केस, अब तक 112 बच्चों की मौत 
हाईलाइट
  • पिछले 24 घंटे के अंदर मेडिकल कॉलेज में 75 नए मरीज भर्ती हुए
  • बिहार के मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत का आंकड़ा 112 तक पहुंचा 

डिजिटल डेस्क, मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार (एक्यूट इन्सेफ्लाइटिस सिंड्रोम) का प्रकोप थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। पिछले 24 घंटे में इस जानलेवा बुखार के 75 नए केस सामने आए हैं। मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों की मौत का आंकड़ा बढ़कर 112 पहुंच गया है। जबकि पूरे बिहार में चमकी बुखार से करीब 138 लोगों की मौत हो चुकी है। 

जानकारी के मुताबिक, मुजफ्फरपुर के श्री कृष्‍णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SKMCH) में कुल 93 बच्‍चों की मौत हो चुकी है। जबकि केजरीवाल अस्‍पताल में 19 बच्‍चों की जान गई। श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के अधीक्षक सुनील कुमार शाही ने मंगलवार को बताया, अब तक 372 बच्चों को यहां भर्ती कराया गया है, जिनमें से 118 को छुट्टी दे दी गई है, 57 को जल्द ही छुट्टी दे दी जाएगी। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमने एईएस के कारण 93 जानें गंवाई है।

बच्चों के परिजनों ने आरोप लगाया है कि, उनके बच्चे बुखार से पीड़ित हैं, लेकिन उन्हें अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया। परिजनों का कहना है, किसी ने हमें कुछ नहीं बताया, न ही ओआरएस दिया गया। हम एईएस के लक्षणों को नहीं जानते हैं। हमारे बच्चे 4-5 दिनों से बुखार से तप रहे हैं। डॉक्टर ने हमें उनके लिए दवाइयां देने के लिए कहा और कहा कि अगर बुखार उसके बाद नहीं उतरता है तो वे उन्हें एडमिट करेंगे। हमारे पास पैसे नहीं हैं।

वहीं सुप्रीम कोर्ट भी बिहार के मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम से पीड़ित बच्चों के इलाज के लिए चिकित्सा विशेषज्ञों की एक टीम गठित करने की मांग करने वाली जनहित याचिका पर सोमवार को सुनवाई के लिए तैयार हो गया है जनहित याचिका में केंद्र और बिहार राज्य को 500 आईसीयू की व्यवस्था करने के लिए निर्देश देने और एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम के प्रकोप से निपटने के लिए आवश्यक चिकित्सा पेशेवरों की संख्या की बढ़ाने की मांग की गई है।

बता दें कि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को श्री कृष्‍णा मेडिकल कॉलेज पहुंचकर मरीजों और परिजनों से मुलाकात की थी। नीतीश कुमार ने कहा था, पूरा इलाका, जो चमकी बुखार से प्रभावित है, उसका वातावरणीय अध्ययन कराकर यह विश्लेषण करना होगा कि इससे बचाव के लिए प्राकृतिक और तकनीकी तौर पर क्या किया जाए। सीएम ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को निर्देश देते हुए कहा था, अस्पताल की क्षमता बढ़ाएं और यहां 2500 बिस्तर की व्यवस्था सुनिश्चित करें और तत्काल 1500 बेड का प्रबंध किया जाए। सीएम ने कहा, अस्पताल में एक धर्मशाला का भी निर्माण कराया जाए ताकि मरीजों के परिजनों को रहने की दिक्कत न हो।

Created On :   19 Jun 2019 10:12 AM IST

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