ना'पाक' करतूत: कश्मीर में LOC के पास गांव में दागे गोले, 3 की मौत, गुजरात में नावों पर गोलीबारी, मछुआरा घायल
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। कश्मीर एलओसी से लगे कुपवाड़ा गांव में पाक सेना ने रविवार शाम करीब 4.30 बजे सीजफायर का उल्लंघन करते हुए भारी मात्रा में गोलीबारी की। इस दौरान पाक सेना की ओर से रिहाइशी इलाकों में मोर्टार के गोले भी दागे गए। इससे तीन लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में एक पुरुष, एक महिला और एक बच्चा भी शामिल है। बता दें कि रविवार को पाकिस्तान से हो रही फायरिंग का लगातार चौथा दिन है। वहीं पाकिस्तानी सेना ने इस दावे का खंडन करते हुए कहा है कि भारतीय सेना ने 2003 में हुए संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन किया है। वहीं गुजरात में अरब सागर में अंतरराष्ट्रीय समुद्री रेखा (आईएमबीएल) के पास रविवार शाम पाकिस्तानी नौसेना ने दो नावों पर की गई गोलीबारी में एक भारतीय मछुआरा घायल हो गया। गोलीबारी की यह घटना प्रदेश के ओखा तट के पास हुई।
भारतीय सेना के प्रवक्ता 15वीं कोर के कर्नल राजेश कालिया ने एक बयान में कहा है कि पाकिस्तान ने शाम को कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में घरों को निशाना बनाकर गोले दागे। इसमें चौकीबल कुपवाड़ा में रहने वाले आठ साल के बच्चे जियान, 17 साल के जावेद खान और 37 साल की महिला शमीमा बेगम की मौत हो गई। कुपवाड़ा का अधिकतर हिस्सा 700 मील लंबी अस्थायी सीमा से लगता है जिसे नियंत्रण रेखा या एलओसी कहते हैं।
हमले में गांव में घरों में आग लगी
पाकिस्तान की तरफ से गोले दागे जाने की वजह से इलाके के कई घरों में आग लग गई। इस कारण गांव के लोग डरे हुए हैं और अफरा-तफरी का माहौल है। कर्नल राजेश ने बताया कि पाकिस्तान की फायरिंग के बाद भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई की है। इसमें आतंकी ठिकानों और पाकिस्तानी आर्मी को जानमाल का नुकसान हुआ है।
गांव वालों ने सेना पर लगाया आरोप
वहीं गांव वालों का आरोप है कि सेना गांव में भारी गोला-बारूद ले आई थी। इस कारण संघर्ष के दौरान पाकिस्तानी सेना ने गांव में मोर्टार के गोले दागे। कुपवाड़ा से एक ग्रामीण सादिक खटाना ने बताया कि सेना के पास तो सभी साधन हैं और वो गोलीबारी में अपना बचाव कर सकती है, लेकिन यहां हथियार लाकर उन्होंने हमें खतरे में डाल दिया। गांव की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं, जिनमें तहस-नहस हो चुके घरों और गोशालाओं के पास खड़े गांव वाले सेना को कोसते नजर आ रहे हैं।
इस साल सीजफायर के उल्लंघन की 650 घंटनाएं
बता दें कि इससे पहले भारतीय सेना ने बीते शुक्रवार सुबह कुपवाड़ा सेक्टर से सटे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में जमकर गोलाबारी कर आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। ये वही इलाका था, जहां 5 अप्रैल को पैरा कमांडो और घुसपैठियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इसमें सेना ने 5 घुसपैठियों को मार गिराया था। इस कार्रवाई में भारतीय सेना के 5 पैरा कमांडो शहीद हो गए थे। सेना का कहना है कि इस साल अब तक पाकिस्तानी सेना की ओर से युद्ध विराम को तोड़ने की 650 घटनाएं हो चुकी हैं।
नौकाओं और घायल मछुआरे को लाने अरिंजय पोत को भेजा
इस संबंध में देवभूमि द्वारका के पुलिस अधीक्षक रोहन आनंद ने बताया कि देवभूमि द्वारका जिले के ओखा तट के पास मछली मारने वाले मछुआरों की दोनों नौकाओं ने संभवत: रविवार शाम को आईएमबीएल पार कर लिया था, जिसके बाद पाकिस्तानी नौसेना के कर्मियों ने उन पर गोलीबारी कर दी। इसमें एक मछुआरा घायल हो गया। आनंद ने कहा कि इसके बाद मछुआरों ने भारतीय तटरक्षक बल को रेडियो सेट पर सहायता के लिए कॉल किया। तटरक्षक बल ने तब संवाद के सामान्य चैनल से अपने पाकिस्तानी समकक्ष से संपर्क किया। पाकिस्तान की नौसेना ने पुष्टि की कि उन्होंने दो नौकाओं को जब्त किया है। इसके बाद तटरक्षक बल ने वापस नौकाओं को लाने के लिए अपना पोत ‘अरिंजय’ भेजा।
Created On :   13 April 2020 6:07 AM IST