एसआईटी ने यूपी में 5 और अरोपियों को किया गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, कानपुर (यूपी)। 1984 के सिख विरोधी दंगों के दौरान हुई हत्याओं की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने दंगे के दौरान एक इमारत में आग लगाने के आरोप में पांच और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आग की चपेट में आने से तीन लोगों की जलकर मौत हो गई थी।
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान अनिल कुमार पांडे (61), श्रीराम बगगड़ (65), मुस्तकीम (70), अब्दुल वहीद (61) और इरशाद खान (60) के रूप में हुई है। सभी किदवई नगर के रहने वाले हैं। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि 1984 में गुरुदयाल सिंह के घर को आग लगाने के लिए पांचों कथित तौर पर दर्जनों अन्य लोगों के साथ निराला नगर पहुंचे थे।
गुरुदयाल की संपत्ति में 12 परिवार किराएदार के रूप में रह रहे थे और हमले के दौरान तीन लोग जिंदा जल गए। उन्होंने कहा कि राजेश गुप्ता के रूप में पहचाने जाने वाले एक दंगाइयों को भी क्रॉस फायरिंग के दौरान गोली मार दी गई थी। किदवई नगर के निराला नगर से इन ताजा गिरफ्तारी के साथ, एसआईटी प्रमुख, डीआईजी बालेंदु भूषण सिंह ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक 27 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
डीआईजी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 27 मई 2019 को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित एसआईटी पिछले तीन साल से सिख विरोधी दंगों के मामलों की जांच कर रही है। डीआईजी ने कहा, हम दिल्ली, पंजाब और राजस्थान में बसे गवाहों से तथ्यों का पता लगाकर 96 प्रमुख संदिग्धों की पहचान करने के बाद 11 मामलों की जांच कर रहे हैं।
(आईएएनएस)
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Created On :   21 July 2022 11:30 AM GMT