नागरिकता बिल पर असम में बवाल, MLA के घर को जलाया, 2 लोगों की फायरिंग में मौत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नागरिकता (संशोधन) विधेयक का पूर्वोत्तर राज्यों में जबरदस्त विरोध देखने को मिल रहा है। गुरुवार को गुवाहाटी में कर्फ्यू को तोड़ते हुए हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों ने विधायक बिनोद हजारिका के घर को और वाहनों को आग के हवाले कर दिया। सर्कल ऑफिस को भी जला दिया। स्थिती को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस को गोली चलानी पड़ी, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई।
दो लोगों की मौत, पांच पुलिसकर्मी घायल
गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के एक अधिकारी ने बताया कि जहां एक व्यक्ति ने अस्पताल में लाए जाने से पहले ही दम तोड़ दिया था वहीं दूसरे की मौत इलाज के दौरान हुई। पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंता ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि झड़प में पांच पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं। हालांकि पुलिस ने अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं की है कि ये मौतें पुलिस के गोली चलाने से हुई हैं।
भाजपा विधायक के घर को लगाई आग
भाजपा विधायक बिनोद हजारिका ने कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र चबुआ में उनके निवास पर नागरिकता (संशोधन) विधेयक का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने हमला किया, उनकी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया। हजारिका ने कहा कि लगभग 150 प्रदर्शनकारियों ने उनके घर के सामान, घर की चीजों को नष्ट कर दिया और उसके बाद, उन्होंने घर के बाहर रखे सामान को जला दिया।
तबादले को लेकर प्रदर्शनकारी थे नाखुश
प्रदर्शनकारी इस बात से भी नाखुश थे कि सरकार ने गुवाहाटी पुलिस आयुक्त सहित दो प्रमुख पुलिस अधिकारियों को हटा दिया है। मुन्ना प्रसाद गुप्ता को दीपक कुमार की जगह नया गुवाहाटी पुलिस प्रमुख नियुक्त किया गया है। जबकि, राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) मुकेश अग्रवाल का तबादला कर जी.पी. सिंह को नियुक्त किया गया है।
लोगों को गुमराह करने की कोशिश- सीएम
असम के सीएम सर्बानंद सोनोवाल ने राज्य के लोगों से एक वीडियो अपील में कहा कि उन्हें नागरिकता संशोधन विधेयक के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा असम समझौते के खंड 6 को लागू करने से उनकी पारंपरिक संस्कृति, भाषा, राजनीतिक और भूमि अधिकारों की रक्षा होगी। सोनोवाल ने कहा कि कुछ लोग गुमराह करने के लिए गलत सूचना फैलाने की कोशिश कर रहे हैं और स्थिति को बिगाड़ रहे हैं।
राज्यपाल ने की शांति बनाए रखने की अपील
असम के राज्यपाल जगदीश मुखी ने भी असम में शांति बनाए रखने के लिए लोगों से अपील की। मुखी ने एक बयान में कहा, "अगर छात्र समुदाय के पास सरकार के खिलाफ कोई भी मुद्दा है तो उन्हें आंदोलन करने का पूरा अधिकार है, लेकिन उन्हें कानून को अपने हाथों में लिए बिना लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण तरीके से ऐसा करना चाहिए।"
JMACAB प्रतिनिधिमंडल की शाह से मुलाकात
उधर, त्रिपुरा के जॉइंड मूवमेंट एगेन्स्ट सिटिजनशिप अमेंडमेंड बिल (JMACAB) के एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद JMACAB के संयोजक एंथनी देबबर्मा ने कहा, "आज गृहमंत्री अमित शाह ने हमें बुलाया था क्योंकि हमने नागरिकता (संशोधन) विधेयक के विरोध में अनिश्चितकालीन स्ट्राइक का आह्वान किया था। हमने अपनी अनिश्चितकालीन स्ट्राइक को टाल दिया है।
एंथोनी देबबर्मा ने कहा, "हमने अपनी सभी मांगों और मुद्दों को रखा। उन्होंने (शाह) धैर्य से सुना और कहा कि वह देखेंगे कि क्या किया जा सकता है। गृहमंत्री ने हमें वापस जाने और एक समाधान के बारे में सोचने का भी अनुरोध किया।
Created On :   12 Dec 2019 10:19 PM IST