अमेरिका ने फिर कहा भारत-पाक में हो बातचीत, बोला दोनों देश को ही लेने होंगे फैसले

America again said that there should be talks between India and Pakistan, said – both the countries
अमेरिका ने फिर कहा भारत-पाक में हो बातचीत, बोला दोनों देश को ही लेने होंगे फैसले
हिमायती बना अमेरिका अमेरिका ने फिर कहा भारत-पाक में हो बातचीत, बोला दोनों देश को ही लेने होंगे फैसले
हाईलाइट
  • भारत का क्लीयर स्टैंड है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका की ओर से एक बार फिर भारत और पाकिस्तान को आपस में बातचीत करके सारे मसले को सुलाझाने की बात कही गई है। अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि भारत-पाक के बीच जो भी समस्या है वो आपस में बैठकर सुलझा लें, उन्हें ही सबसे पहले ये कदम उठाने होंगे। बता दें कि, भारत हमेशा से ही जम्मू-कश्मीर को अपना अभिन्न अंग मानता रहा है जबकि इस बात को पाक हमेशा ही नकारता है और अंतर्रराष्ट्रीय मंचों पर इस मुद्दे को उठाता रहा है। लेकिन हर बार उसे मुंह की ही खानी पड़ती है।

नेड प्राइस ने क्या कहा?

दरअसल, गुरूवार  को यूएस स्टेट डिपार्टमेंट की एक प्रेस ब्रीफिंग में प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि भारत और पाकिस्तान में जो विवाद चल रहे हैं उसे सुलझाने के लिए हम भागीदार बन सकते हैं। अमेरिका भारत और पाक के बीच कूटनीति का समर्थन करता है। हम चाहते हैं कि दोनों देशों के बीच किसी भी तरह से बातचीत हो, जिससे कोई हल निकाले। हालांकि, इस पूरे मामले पर उन्होंने यह भी कहा कि सबसे पहले इन दोनों देशों को एक-दूसरे से बातचीत करनी चाहिए, ये फैसले भारत और पाक को ही लेने होंगे। यह काम हमारा यानी अमेरिका का नहीं है कि हम दोनों देशों के बीच बातचीत के तरीकों को तय करे।

भारत का है क्लीयर स्टैंड

बता दें कि, पाकिस्तान हमेशा से ही भारत में आतंकी घुसपैठ करता रहता है। उसकी साफ मंशा रहती है कि भारत को नुकसान पहुंचाया जा सके। इसी मुद्दे को लेकर भारत का एक क्लीयर स्टैंड है जब तक पाक भारत में आतंक को भेजना बंद नहीं करता तब तक दोनों देश एक टेबल पर आकर बातचीत नहीं कर सकते। जबकि पाक को इस बात का मलाल है कि जम्मू-कश्मीर में फिर से अनुच्छेद 370 बहाल होंगे तभी पाकिस्तान भारत से बातचीत करेगा। वहीं भारत में 10 से 12 मार्च के बीच शंघाई सहयोग संगठन के मुख्य न्यायाधीशों की बैठक होने जा रही है। जिसमें पाक न बैठने का फैसला लिया है।

पाक नहीं लेगा हिस्सा

इस पूरे मामले पर पाक की विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच की ओर से एक बयान जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमेशा ही एससीओ का हिस्सा रहा है। वह अपनी मौजूदगी हर जगह दर्ज कराया है। इसके हर गतिविधियों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेता रहा है। जिसके परिणाम बहुत ही सुखद रहे हैं। लेकिन पाक ही एक ऐसा देश है जो इस बैठक से अपने आप को अलग कर रहा है। बता दें कि, इस बार शंघाई सहयोग संगठन यानी एससीओ की बैठक का आयोजन भारत कर रहा है। वहीं हाल ही में  संगठन से जुड़ा ईरान भी इस बैठक का हिस्सा होने वाला है।


 

Created On :   10 March 2023 9:25 AM IST

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