एयरटेल ने भारत का पहला ग्रामीण 5जी परीक्षण किया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली । टेलीकॉम प्रमुख भारती एयरटेल ने एरिक्सन के साथ मिलकर ग्रामीण क्षेत्र में भारत का पहला 5जी नेटवर्क परीक्षण किया है। दूरसंचार विभाग द्वारा एयरटेल को आवंटित 5जी ट्रायल स्पेक्ट्रम का उपयोग करते हुए दिल्ली-एनसीआर के बाहरी इलाके भाईपुर ब्राह्मणन गांव में परीक्षण हुआ।
टेलीकॉम प्रमुख ने कहा कि परीक्षण ने एन्हांस्ड मोबाइल ब्रॉडबैंड (ईएमबीबी) और फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (एफडब्ल्यूए) सेवाओं जैसे समाधानों के माध्यम से हाई स्पीड ब्रॉडबैंड तक पहुंच को सक्षम करके डिजिटल डिवाइड को पाटने की दिशा में 5जी द्वारा पेश की गई विशाल क्षमता को प्रदर्शित किया।
दूरसंचार प्रमुख ने एक बयान में कहा, परीक्षण का मुख्य आकर्षण साइट से 10 किमी से अधिक की दूरी पर 3जीपीपी-अनुरूप 5जी एफडब्ल्यूए डिवाइस पर 200 एमबीपीएस से अधिक थ्रूपुट का प्रदर्शन था। यह लगभग 20 किमी की एक इंटर-साइट (दो 5जी साइटों के बीच) कवरेज में अनुवादित था, इस प्रकार यह दूर-दराज के भौगोलिक क्षेत्रों में भी हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड कवरेज प्रदान करने की क्षमता प्रदान करता है।
परीक्षण के हिस्से के रूप में, व्यावसायिक रूप से उपलब्ध 3जीपीपी-आधारित 5जी स्मार्टफोन भी 5जी परीक्षण नेटवर्क से कनेक्ट करने और साइट से 10 किमी से अधिक की दूरी पर 100प्लस एमबीपीएस गति रिकॉर्ड करने में सक्षम था। बयान के अनुसार, 5जी साइट का बुनियादी ढांचा एरिक्सन के 3जीपीपी-अनुपालन वाले 5जी रेडियो द्वारा संचालित था।
परीक्षण 3500 मेगाहट्र्ज बैंड और मौजूदा एफडीडी स्पेक्ट्रम बैंड में आवंटित मिड-बैंड ट्रायल स्पेक्ट्रम का उपयोग करके किया गया था। परीक्षण के परिणाम अपने मौजूदा राष्ट्रव्यापी 4जी बुनियादी ढांचे पर क्षमता और कवरेज दोनों के लिए 5जी को सक्षम करने के लिए एयरटेल की क्षमता को प्रदर्शित करते हैं। पिछले कुछ महीनों में, भारती एयरटेल और एरिक्सन ने भारती के 3500 मेगाहट्र्ज ट्रायल स्पेक्ट्रम का उपयोग करके गुरुग्राम के साइबर हब में स्थापित 5जी नेटवर्क पर 1 जीबीपीएस से अधिक की बढ़ी हुई गति प्रदर्शित करने के लिए साझेदारी की है।
इस साल जनवरी में, दोनों कंपनियों ने हैदराबाद में 1800 मेगाहट्र्ज उदारीकृत आवृत्तियों के व्यावसायिक रूप से तैनात स्थापित आधार पर एरिक्सन स्पेक्ट्रम शेयरिंग क्षमताओं का प्रदर्शन किया, ताकि उपभोक्ताओं को लाइव वाणिज्यिक नेटवर्क से 5जी का पहला अनुभव दिया जा सके।
(आईएएनएस)
Created On :   5 Oct 2021 3:30 PM IST