पहले ही बर्खास्त हो चुके हैं दिनाकरन, उन्हें कोई अधिकार नहीं : AIADMK
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) के विलय हुए गुटों ने सोमवार को पार्टी की सामान्य परिषद की बैठक बुलाने का फैसला किया। सीएम पलानीस्वामी द्वारा दिनाकरन को दरकिनार किए जाने के बाद से दिनाकरन पार्टी में अपना उप महासचिव के तौर पर वर्चस्व साबित करने की कोशिश कर रहे हैं। शशिकला ने अपने जेल जाने से पहले दिनाकरन को उप महासचिव बनाया था। एक प्रस्ताव में कहा गया कि अन्नाद्रमुक की प्रमुख जयललिता ने नियुक्त किए गए लोगों को पार्टी के पदों से हटाने के लिए दिनाकरन को कोई अधिकार या योग्यता नहीं दी थी और इस संबंध में उनकी घोषणा पार्टी मामलों पर बाध्यकारी नहीं थी।
जानकारी के अनुसार बैठक में पार्टी के मुखपत्र नमाधु एमजीआर व टेलीविजन चैनल जया टीवी को फिर से शुरू करने का भी फैसला लिया गया है। AIADMK के एक नेता ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर आईएएनएस से कहा कि सरकार का समर्थन कर रहे 100 से ज्यादा विधायक बैठक में मौजूद थे। इसी दौरान प्रस्तावों पर प्रतिक्रिया देते हुए दिनाकरन गुट के ननजील संपत ने कहा कि नमाधु एमजीआर व जया टीवी निजी संपत्ति है और उसे छीना नहीं जा सकता।
उन्होंने कहा कि दिवंगत मुख्यमंत्री व महासचिव जे.जयललिता ने जिस कार्यकारी समिति की नियुक्ति की थी, वही विलय हुए गुटों की कार्यकारी समिति रहेगी। AIADMK नेता ने कहा कि यह विलय के बाद पार्टी की पहली बैठक है। इसमें ओ.पन्नीरसेल्वम व मुख्यमंत्री के.पलनीस्वामी का गुट शामिल हुआ। विलय के बाद पन्नीरसेल्वम ने उप मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। इस बैठक में पलानीस्वामी, पन्नीरसेल्वम, मंत्रियों, विधायकों, संसद सदस्यों व दूसरे पदाधिकारियों ने भाग लिया। टी.टी.वी. दिनाकरन की अगुवाई वाले गुट के 19 विधायक बैठक में नहीं थे। इन्हें पुडुचेरी के एक रिसॉर्ट में रखा गया है।
Created On :   28 Aug 2017 7:47 PM IST