रूस-यूक्रेन युद्ध में अभी भी फंसे हुए हैं 50 भारतीय नागरिक, विदेश राज्य मंत्री ने राज्यसभा को बताया

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग में अभी भी करीब 50 भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं। यह जानकारी गुरूवार को विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने राज्यसभा में दी है। उन्होंने कहा कि उनकी वापसी की सुविधा दूतावास द्वारा दी जा रही है। मंत्री के मुताबिक पिछले महीने 22,500 भारतीय नागरिक यूक्रेन से वतन लौटे हैं। मंत्री ने बताया कि जो नागरिक अभी युद्धग्रस्त देश में फंसे हुए हैं, उनमें से कुछ ही लौटने को तैयार हैं।
भारत सरकार ने शुरू किया था ऑपरेशन गंगा
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए भारत सकार ने ऑपरेशन गंगा अभियान चलाया था। यहां तक कि भारत सरकार ने वहां से भारतीय नागरिकों को सुरक्षित वापसी के लिए भारतीय वायु सेना की भी मदद ली थी। मोदी सरकार ने देश के चार केंद्रीय मंत्रियों ज्योतिरादित्य सिंधिया, हरदीप सिंह पुरी, जनरल वीके सिंह और किरेन रिजिजू को भारतीय छात्रों व नागरिकों की मदद लिए यूक्रेन के सीमावर्ती देशों में भेजा था।
जहां से केंद्रीय मंत्री छात्रों व नागरिकों को वतन वापसी के लिए हरसंभव मदद मुहैया करा रहे थे। यह पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने संकट के बीच भारतीयों को स्वदेश भेजा है। साल 2020 में कोरोना महामारी के दौरान केंद्र सरकार ने भारतीयों को वापस लाने के लिए वंदे भारत मिशन शुरू किया था। तथा भारत और अन्य देशों के बीच यात्रा की सुविधा के लिए एयर बबल बनाए थे।
एयर बबल व्यवस्था दो देशों के बीच एक अस्थायी समझौता था। जिसका मतलब वाणिज्यिक यात्री सेवाओं को फिर से शुरू करना था। जब कोविड -19 महामारी के कारण नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें निलंबित कर दी गई थीं।
Created On :   31 March 2022 10:51 PM IST